भिलाई। कोहका कुरूद रोड पर स्थित महोबिया बिल्डर्स के ऑनर की डस्टर कार में मंगलवार की शाम हुए बम ब्लास्ट की गुत्थी पुलिस ने महज 24 घंटे के भीतर सुलझा ली है।
यह धमाका अवैध संबंध के संदेह में किया गया था, जिसे अंजाम देने वाले आरोपित देवेन्द्र सिंह को दुर्ग पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। पुलिस ने आरोपित देवेन्द्र सिंह को न्यायिक रिमांड पर कोर्ट में पेश किया, जहां से उसे जेल भेज दिया गया।
पुलिस अधीक्षक (एसपी) जितेंद्र शुक्ला ने सोमवार को बताया कि इस विस्फोट को अंजाम देने वाला आरोपित देवेन्द्र सिंह (निवासी रामनगर, भिलाई) था।
उसे अपनी पत्नी के संजय बुंदेला के साथ अवैध संबंध होने का शक था। इसी संदेह के चलते उसने यू ट्यूब से रिमोट बम बनाना सीखा और अपनी स्कूटी से मौके पर पहुंचकर कार में बम प्लांट किया।
सीसीटीवी फुटेज से आरोपित तक पहुंची पुलिस
28 जनवरी की शाम सात बजे हुए धमाके के तुरंत बाद सुपेला थाना प्रभारी राजेश मिश्रा अपनी टीम के साथ मौके पर पहुंचे।
पुलिस ने इलाके के सीसीटीवी फुटेज खंगाले, जिसमें एक नकाबपोश युवक कार के पास कुछ रखते हुए नजर आया।
इस फुटेज को ध्यान से देखने पर आरोपिच की हाइट और चाल-ढाल को पहचान कर जांच आगे बढ़ाई गई।
जांच के दौरान पीड़ित संजय बुंदेला और उसके आफिस में कार्यरत कर्मचारियों की जानकारी ली गई।
इसी दौरान यह राजफाश हुआ कि संजय के ऑफिस में असिस्टेंट मैनेजर पूजा सिंह भी काम करती थी, जो आरोपित देवेन्द्र सिंह की पत्नी है। जब पुलिस ने हुलिए का मिलान किया, तो संदेही का शक देवेन्द्र सिंह पर गया।
इस तरह से बनाया बम
आरोपित देवेन्द्र सिंह ने कबूल किया कि उसे अपनी पत्नी और संजय बुंदेला के बीच अवैध संबंध होने का शक था।
इस संदेह को पुख्ता करने के लिए उसने अपने मोबाइल में फ्लैश टैग ऐप इंस्टाल कर रखा था, जिससे वह पत्नी की गतिविधियों पर नजर रख रहा था।
जब उसे शक और गहरा हुआ, तो उसने संजय को डराने की योजना बनाई। आरोपित ने बताया कि यू ट्यूब पर रिमोट बम बनाने की वीडियो देखकर उसने एक टाइगर बम तैयार किया।
इस बम को बच्चों के खिलौने में फिट कर उसने एक रिमोट कंट्रोल मैकेनिज्म बनाया। घटना वाले दिन वह अपनी स्कूटी से ऑफिस के बाहर पहुंचा।
नकाब पहनकर कार की खिड़की पर बम प्लांट कर दिया। कुछ ही मिनटों बाद रिमोट के जरिए उसने ब्लास्ट कर दिया, जिससे कार बुरी तरह क्षतिग्रस्त हो गई।