प्रयागराज महाकुंभ के बाद काशी में भारी भीड़, प्रशासन की अपील- गंगा आरती में शामिल होने से बचें..

उत्तर प्रदेश के वाराणसी (Varanasi) में हर शाम होने वाली विश्व प्रसिद्ध गंगा आरती के दर्शन करने के लिए लोगों की भीड़ उमड़ रही है. महाकुंभ के चलते प्रयागराज में स्नान के बाद बड़ी संख्या में श्रद्धालु काशी पहुंच रहे हैं, जिससे बनारस के घाटों पर भीड़ नियंत्रण से बाहर हो रही है. इसी को देखते हुए दशाश्वमेध घाट पर गंगा आरती का आयोजन करने वाली संस्था गंगा सेवा निधि ने श्रद्धालुओं से अपील की है कि वे अभी गंगा आरती में शामिल होने न आएं. ऑनलाइन माध्यम से ही दर्शन करें.

Advertisement

काशी आने वाले श्रद्धालु चाहते हैं कि वे गंगा में नौका विहार करें और गंगा आरती में शामिल हों, लेकिन इस समय यहां इतनी भीड़ आ रही है कि लोगों को परेशानी हो रही है.

प्रयागराज में महाकुंभ संगम में डुबकी लगाकर काशी आने वाले या फिर काशी से होकर प्रयागराज जाने वालों की संख्या इतनी ज्यादा बढ़ चुकी है कि अब इससे पूरे बनारस का दम फूलता नजर आ रहा है.
लोगों का कहना है कि इतनी भीड़ में कभी भी कोई घटना हो सकती है. इसी कारण वाराणसी के दशाश्वमेध गंगा घाट पर रोज शाम होने वाली विश्व प्रसिद्ध गंगा आरती के आयोजकों ने श्रद्धालुओं से गंगा आरती में फिलहाल शामिल न होने को कहा है.

आरती कराने वाली संस्था गंगा सेवा निधि के अध्यक्ष सुशांत मिश्रा ने श्रद्धालुओं से अपील करते हुए कहा है कि महाकुंभ के पावन पर्व के चलते करोड़ों श्रद्धालु प्रयागराज जा रहे हैं. महाकुंभ स्नान के बाद श्रद्धालु काशी और अयोध्या का रुख कर रहे हैं. काशी आने पर श्रद्धालु काशी विश्वनाथ के दर्शन कर रहे हैं,

लोग मां गंगा में भी डुबकी लगा रहे हैं और गंगा आरती में भी शामिल हो रहे हैं. उन्होंने कहा कि इस समय काशी में और गंगा आरती में शामिल होने के लिए श्रद्धालुओं की भीड़ बहुत ज्यादा आ चुकी है.

गंगा आरती में शामिल होने वाले श्रद्धालुओं की संख्या उम्मीद से ज्यादा है. इसी वजह से संस्था गंगा सेवा निधि परिवार सभी लोगों से अपील करती है कि फिलहाल जब तक भीड़ बहुत ज्यादा है, तब तक गंगा आरती में शामिल होने न आएं. ऑनलाइन माध्यम से गंगा आरती का दर्शन करें. जब स्थिति सामान्य हो जाए, तब मां गंगा की आरती में दर्शन के लिए आ सकते हैं

Advertisements