अमेठी जिले में तहसील के बाद अब मुसाफिरखाना में भी प्रशासन ने भ्रष्टाचार पर सख्त रुख अपनाते हुए जागरूकता अभियान तेज कर दिया है. तहसील परिसर में लगाए गए पम्प्लेट के माध्यम से आम लोगों को संदेश दिया गया है कि, अगर किसी भी काम के लिए रिश्वत मांगी जाती है तो इसकी शिकायत तुरंत उच्च अधिकारियों से करें. इसके लिए तहसीलदार और एसडीएम का नंबर भी सार्वजनिक किया गया है.
दरअसल, बीते दिनों अधिकारियों को शिकायत मिली थी कि, तहसीलों में बड़े स्तर पर घूसखोरी की जा रही है. लगातार मिल रही शिकायतों के बाद सबसे पहले अमेठी एसडीएम सख्त हुए और पूरे तहसील में पोस्टर के अलावा सभी कार्यालयों में सीसीटीवी कैमरे लगाए गए.अब मुसाफिरखाना तहसील प्रसाशन भी इस मुहिम में कूद पड़ा है.मुसाफिरखाना तहसील में भी पोस्टर लगाए गए है.जिसमे लिखा गया है अगर कोई भी कर्मचारी घूस माँगता है तो तत्काल इसी शिकायत तहसीलदार या फिर एसडीएम से करें.
इसके लिए दोनो अधिकारियों के मोबाइल नंबर भी सार्वजनिक किए गए है. प्रशासन की इस पहल का उद्देश्य सरकारी कार्यों में पारदर्शिता लाना और भ्रष्टाचार को पूरी तरह समाप्त करना है.उपजिलाधिकारी पंकज कुमार ने कहा कि तहसील स्तर पर भ्रष्टाचार को किसी भी रूप में बर्दाश्त नहीं किया जाएगा और दोषी पाए जाने वालों पर कठोर कार्रवाई होगी. तहसीलदार राहुल सिंह ने भी नागरिकों से अपील की है कि वे बिना किसी दबाव के अपने कार्यों के लिए आएं और यदि किसी प्रकार की अवैध मांग की जाती है तो, तत्काल इसकी सूचना दें.
इस कदम से तहसील परिसर में सकारात्मक चर्चा हो रही है. लोग इसे प्रशासन की सराहनीय पहल मान रहे हैं. जिससे आम नागरिकों का सरकारी तंत्र में विश्वास बढ़ेगा. यह अभियान न केवल तहसील मुसाफिरखाना बल्कि पूरे जिले में प्रशासन की भ्रष्टाचार विरोधी प्रतिबद्धता को दर्शाता है. अब देखना होगा कि इस सख्ती के बाद भ्रष्टाचार पर कितना अंकुश लगता है और जनता को कितनी राहत मिलती है.