केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने वित्त वर्ष 2025-26 के लिए शनिवार (1 फरवरी, 2025) को संसद में बजट पेश किया. यह उनका लगातार 8वां बजट था. बजट आर्थिक सर्वेक्षण के अनुरूप रहा. वित्त मंत्री ने मिडिल क्लास को राहत देते हुए न्यू टैक्स रिजीम के तहत 12 लाख रुपये सालाना तक की इनकम को आयकर के दायरे से बाहर रखने का ऐलान किया. इससे नौकरीपेशा वर्ग के करोड़ों लोगों को फायदा होगा.
मोदी सरकार के तीसरे कार्यकाल के पहले पूर्ण बजट पर विभिन्न नेताओं की प्रतिक्रियाएं आनी शुरू हो गई हैं. बीजेपी और उसके सहयोगी दलों के नेता जहां बजट की तारीफ कर रहे हैं और इसे लोक कल्याणकारी बता रहे हैं, वहीं विपक्ष के नेता इसकी आलोचना कर रहे हैं. कांग्रेस नेता जयराम रमेश ने बजट 2025 पर तंज कसते हुए कहा, ‘वित्त मंत्री ने 4 इंजनों की बात की: कृषि, एमएसएमई, निवेश और निर्यात. इतने सारे इंजन कि बजट पूरी तरह से पटरी से उतर गया है.’
बिहार को घोषणाओं का खजाना मिल गया: कांग्रेस
उन्होंने आगे कहा, ‘ऐसा लगता है कि बजट में बिहार को घोषणाओं का खजाना मिल गया है. यह स्वाभाविक है क्योंकि साल के अंत में वहां चुनाव होने हैं. लेकिन एनडीए के दूसरे स्तंभ यानी आंध्र प्रदेश की इतनी बेरहमी से अनदेखी क्यों की गई?’ कांग्रेस सांसद और पूर्व वित्त मंत्री पी. चिदंबरम के बेटे कार्ति चिदंबरम ने कहा, ‘हमें यह देखने की जरूरत है कि जो वादे पहले के बजट में किये गये थे क्या वे पूरे हुए? स्पष्ट तस्वीर पाने के लिए बजट को पढ़ने की जरूरत है. बिहार को लेकर हुई घोषणाएं स्वाभाविक थीं. यह राजनीति है.’
यह जनहित नहीं राजनीतिक स्वार्थ का बजट: BSP
बहुजन समाज पार्टी की सुप्रीमो मायावती ने केंद्रीय बजट 2025 पर कहा, ‘देश में महंगाई, गरीबी, बेरोजगारी की जबरदस्त मार के साथ ही सड़क, पानी, शिक्षा, सुख-शान्ति आदि की जरूरी बुनियादी सुविधाओं के अभाव के कारण लगभग 140 करोड़ की भारी जनसंख्या वाले भारत में लोगों का जीवन काफी त्रस्त है, जिसका केन्द्रीय बजट के माध्यम से भी निवारण होना जरूरी. किन्तु वर्तमान भाजपा सरकार का भी बजट, कांग्रेस की ही तरह, राजनीतिक स्वार्थ का अधिक व जन एवं देशहित का कम लगता है. अगर ऐसा नहीं है तो इस सरकार में भी लोगों का जीवन लगातार तंग, बदहाल व दुखी क्यों? विकसित भारत का सपना बहुजनों के हित का भी होना जरूरी है.’
बजट नहीं महाकुंभ में मौतों के आंकड़े महत्वपूर्ण: SP
समाजवादी पार्टी के मुखिया अखिलेश यादव ने कहा, ‘बजट नहीं… पर महाकुंभ में मरने वालों के आंकड़े ज्यादा महत्वपूर्ण हैं. हम इनका कोई आंकड़ा क्यों माने, जो लोग मरने वालों के ही आंकड़े नहीं दे सकते.’ कांग्रेस सांसद मनीष तिवारी ने कहा, ‘मैं यह नहीं समझ पा रहा हूं कि यह भारत सरकार का बजट था या बिहार सरकार का? क्या आपने केंद्रीय वित्त मंत्री के पूरे बजटीय भाषण में बिहार के अलावा किसी अन्य राज्य का नाम सुना?’
बजट किसान विरोधी, उनकी बात नहीं सुनी गई: SAD
शिरोमणि अकाली दल की सांसद हरसिमरत कौर बादल ने कहा, ‘राज्यों के नाम देखिए- बिहार, जहां चुनाव होने वाले हैं. केवल बिहार, बिहार, बिहार. पंजाब का कोई जिक्र नहीं था. एमएसपी के लिए कानूनी गारंटी की मांग को लेकर किसान पिछले 4 साल से विरोध में बैठे हैं. उन्होंने किसानों के लिए क्या घोषणा की, यह किसान विरोधी बजट था, जो किसान अपने अधिकारों के लिए लड़ रहे हैं, उनकी बात नहीं सुनी गई, यह दुखद है.’
यह पिछले बजट का नकल, गांव-गरीब विरोधी है: RJD
राजद नेता और बिहार के उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव ने कहा कि यह बजट पिछले बजट का नकल है. गांव और गरीब विरोधी बजट है. बिहार को ना कुछ मिला है और ना केंद्र की मोदी सरकार बिहार को कुछ देना चाहती है. बजट के बहाने तेजस्वी ने एक बार फिर विशेष पैकेज का मुद्दा उठाया. उन्होंने सवाल किया कि बिहार के स्पेशल पैकेज का पैसा कहां गया? तेजस्वी ने कहा, ‘चंद्रबाबू नायडू 2 लाख करोड़ का पैकेज लेकर चले गए और बिहार को नीतीश कुमार कुछ नहीं दिला पाए. नीतीश अचेत अवस्था में हैं.’
आम आदमी पार्टी के राष्ट्रीय संयोजक और दिल्ली के पूर्व मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने बजट 2025 पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा, ‘देश के खजाने का एक बड़ा हिस्सा चंद अमीर अरबपतियों के कर्जे माफ करने में चला जाता है. मैंने मांग की थी कि बजट में ये ऐलान किया जाए कि आगे से किसी अरबपति के कर्ज माफ नहीं किए जाएंगे. इससे बचने वाले पैसे से मिडल क्लास के होम लोन और व्हीकल लोन में छूट दी जाए; किसानों के कर्जे माफ किए जाएं. इनकम टैक्स और GST की टैक्स दरें आधी की जाएं. मुझे दुख है कि ये नहीं किया गया.’
देश के खजाने का एक बड़ा हिस्सा चंद अमीर अरबपतियों के क़र्ज़े माफ़ करने में चला जाता है। मैंने माँग की थी कि बजट में ये ऐलान किया जाए कि आगे से किसी अरबपति के क़र्ज़ माफ़ नहीं किए जाएँगे। इस से बचने वाले पैसे से
1. मिडल क्लास के होम लोन और व्हीकल लोन में छूट दी जाए; किसानों के…
— Arvind Kejriwal (@ArvindKejriwal) February 1, 2025
भारत निर्माण का ब्लूप्रिंट है यह बजट: अमित शाह
वहीं केंद्रीय गृह एवं सहकारिता मंत्री अमित शाह ने बजट 2025 की तारीफ करते हुए कहा, ‘बजट-2025 विकसित और हर क्षेत्र में श्रेष्ठ भारत के निर्माण की दिशा में मोदी सरकार की दूरदर्शिता का ब्लूप्रिंट है. किसान, गरीब, मध्यम वर्ग, महिला और बच्चों की शिक्षा, पोषण व स्वास्थ्य से लेकर स्टार्टअप, इनोवेशन और इन्वेस्टमेंट तक, हर क्षेत्र को समाहित करता यह बजट मोदी जी के आत्मनिर्भर भारत का रोडमैप है. इस सर्वसमावेशी और दूरदर्शी बजट के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण को बधाई देता हूं.’