Budget 2025: वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने शनिवार को अपना लगातार 8वां बजट पेश किया. इस बार बजट में मिडिल क्लास को राहत देने के लिए एक बड़ा ऐलान किया गया है. मोदी सरकार ने बिना टैक्स वाली आय की सीमा को 7 लाख से बढ़ाकर 12 लाख रुपये कर दिया है. बीजेपी और उसके सहयोगी दलों के नेता जहां बजट की तारीफ कर रहे हैं और इसे लोक कल्याणकारी बता रहे हैं तो वहीं दूसरी ओर विपक्ष के नेता इसकी आलोचना कर रहे हैं.
इस क्रम में लोकसभा में विपक्ष के नेता और कांग्रेस सांसद राहुल गांधी ने केंद्र की मोदी सरकार पर तीखा हमला बोला और बजट को गोली के घाव पर Band-Aid बताया. उन्होंने कहा कि आर्थिक संकट को हल करने के लिए प्रतिमान बदलाव की आवश्यकता है.
राहुल गांधी ने अपने एक्स हैंडल पर एक पोस्ट में लिखा, ‘गोली के घाव पर Band-Aid. वैश्विक अनिश्चितता के बीच, हमारे आर्थिक संकट को हल करने के लिए प्रतिमान बदलाव की आवश्यकता थी. लेकिन यह सरकार विचारों के मामले में दिवालिया हो चुकी है.”
A band-aid for bullet wounds!
Amid global uncertainty, solving our economic crisis demanded a paradigm shift.
But this government is bankrupt of ideas.
— Rahul Gandhi (@RahulGandhi) February 1, 2025
कांग्रेस ने आंध्र की अनदेखी का लगाया आरोप
कांग्रेस ने पहले केंद्रीय बजट की आलोचना करते हुए कहा था कि यह स्थिर वास्तविक मजदूरी, बड़े पैमाने पर उपभोग में उछाल की कमी, निजी निवेश की सुस्त दरों और जटिल जीएसटी प्रणाली जैसी बीमारियों का इलाज नहीं करता है, जिससे अर्थव्यवस्था पीड़ित है. कांग्रेस ने नरेंद्र मोदी सरकार पर एनडीए सहयोगी नीतीश कुमार द्वारा शासित बिहार को “बोनान्ज़ा” देने और उसी गठबंधन के एक अन्य स्तंभ आंध्र प्रदेश की “क्रूरतापूर्वक” अनदेखी करने का भी आरोप लगाया.
इससे पहले कांग्रेस नेता जयराम रमेश ने बजट 2025 पर तंज कसते हुए कहा कि वित्त मंत्री ने 4 इंजनों की बात की: कृषि, एमएसएमई, निवेश और निर्यात. इतने सारे इंजन कि बजट पूरी तरह से पटरी से उतर गया है. उन्होंने आगे कहा, ‘ऐसा लगता है कि बजट में बिहार को घोषणाओं का खजाना मिल गया है. यह स्वाभाविक है क्योंकि साल के अंत में वहां चुनाव होने हैं. लेकिन एनडीए के दूसरे स्तंभ यानी आंध्र प्रदेश की इतनी बेरहमी से अनदेखी क्यों की गई?’
बजट नहीं महाकुंभ में मौतों के आंकड़े महत्वपूर्ण: SP
वहीं समाजवादी पार्टी के मुखिया अखिलेश यादव ने कहा, ‘बजट नहीं… पर महाकुंभ में मरने वालों के आंकड़े ज्यादा महत्वपूर्ण हैं. हम इनका कोई आंकड़ा क्यों माने, जो लोग मरने वालों के ही आंकड़े नहीं दे सकते.’
आरजेडी नेता और बिहार के उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव ने कहा कि यह बजट पिछले बजट का नकल है. गांव और गरीब विरोधी बजट है. बिहार को ना कुछ मिला है और ना केंद्र की मोदी सरकार बिहार को कुछ देना चाहती है.
बजट के बहाने तेजस्वी ने एक बार फिर विशेष पैकेज का मुद्दा उठाया. उन्होंने सवाल किया कि बिहार के स्पेशल पैकेज का पैसा कहां गया? तेजस्वी ने कहा, ‘चंद्रबाबू नायडू 2 लाख करोड़ का पैकेज लेकर चले गए और बिहार को नीतीश कुमार कुछ नहीं दिला पाए. नीतीश अचेत अवस्था में हैं.’
भारत निर्माण का ब्लूप्रिंट है यह बजट: अमित शाह
वहीं केंद्रीय गृह एवं सहकारिता मंत्री अमित शाह ने बजट 2025 की तारीफ करते हुए कहा, ‘बजट-2025 विकसित और हर क्षेत्र में श्रेष्ठ भारत के निर्माण की दिशा में मोदी सरकार की दूरदर्शिता का ब्लूप्रिंट है. किसान, गरीब, मध्यम वर्ग, महिला और बच्चों की शिक्षा, पोषण व स्वास्थ्य से लेकर स्टार्टअप, इनोवेशन और इन्वेस्टमेंट तक, हर क्षेत्र को समाहित करता यह बजट मोदी जी के आत्मनिर्भर भारत का रोडमैप है. इस सर्वसमावेशी और दूरदर्शी बजट के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण को बधाई देता हूं.’