लड़कियों को झांसे में लेने के लिए काले रंग की थार गाड़ी खरीदी, जिसपर उसने ‘जय बजरंग बली’ लिखवा रखा था. पूरे इलाके में कट्टर हिंदू वाले लड़के के रूप में उसने पहचान बनाई. इसके बाद आफताब हिन्दू लड़कियों को प्यार के जाल में फंसाता था.
यह कहानी है आफताब खान से अंकित बने युवक की है। वो सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म और रॉन्ग नंबर के जरिए कम उम्र की लड़कियों से दोस्ती करता और अपने प्यार के जाल में फंसाता था. इसके बाद शादी का झांसा देकर जिस्मफरोशी के धंधे में धकेल देता था.
आफताब के काले करतूत का खुलासा तब हुआ, जब पुलिस ने पूर्णिया के रेड लाइट एरिया से कुछ लड़कियों को रेस्क्यू किया। रेस्क्यू की गई लड़कियों में से लड़की ने बताया कि रैकेट का सरगना आफताब खान था. अपनी असली पहचान छिपाकर खुद को अंकित तिवारी बताता था. आफताब के रैकेट में तीन और लोग शामिल हैं, वो आफताब की तरह ही पहचान छिपाकर काम करते थे.
पुलिस ने आफताब के तीनों सहयोगियों को गिरफ्तार कर लिया है। हालांकि, रैकेट का सरगना आफताब खान पूरे परिवार के साथ फरार है. पुलिस आफताब की गिरफ्तारी को लेकर छापेमारी कर रही है.
पुलिस ने गुरुवार देर रात लड़कियों को पकड़ा था. शुक्रवार को इस मामले का खुलासा किया गया. पुलिस लड़कियों को मेडिकल जांच के लिए लेकर पहुंची, जहां हमने उनसे बात की.
सबसे पहले जानिए, क्यों देह व्यापार रैकेट के गुर्गे बदलते थे अपना नाम
रेस्क्यू की गई एक महिला बताती है कि ‘देह व्यापार में हम लोगों को धकेलने वाले दलालों के नाम बदलने के पीछे दो वजह है.
पहला- हिंदू बहुल शहरी इलाके में हिंदुओं के बीच अपनी पकड़ बनाए रखना.
दूसरी- अहम वजह असली पहचान छिपाए रखना, ताकि कोई इन्हें पकड़ न पाए’
‘वे मुस्लिम होने के नाते न सिर्फ अपनी समुदाय की भोली-भाली नाबालिग लड़कियों और बेबस महिलाओं को जबरन देह व्यापार के धंधे में धकेल देते थे, बल्कि हिन्दू नाम बताकर हिन्दू लड़कियों को प्यार के जाल में फंसाते थे. इसके बाद मिलने के लिए बुलाते थे और फिर जिस्मफरोशी के धंधे में धकेल देते थे.’
रेड लाइट एरिया में छापेमारी में 3 दलाल अरेस्ट
पूर्णिया पुलिस ने रेड लाइट एरिया में छापेमारी की. इस दौरान पुलिस ने राजीव साह, मौसम उर्फ ऋषभ साह और गुड्डू को गिरफ्तार किया। नाम न छापने की रिक्वेस्ट पर एक महिला ने बताया कि ‘चारों दलाल मुस्लिम हैं. मगर शहर के रेड लाइट एरिया में ये नाम बदलकर रह रहे थे.’
‘मोहम्मद शाकिब ने अपना नाम बदलकर राजीव शाह कर लिया था. इसके पास राजीव शाह के नाम का आधारकार्ड भी है. इसी तरह मोहम्मद गुड्डू ने नाम बदलकर गुड्डू कर किया था, जबकि मोहम्मद मौसम खान ने अपना नाम बदलकर ऋषभ शाह रख लिया था. वहीं, इनके सरगना आफताब खान ने अपना मुस्लिम नाम बदलकर अंकित तिवारी रख लिया था.’
खूबसूरती और शारीरिक बनावट से तय होता था रेट
रेस्क्यू की गई 11 में से 2 नाबालिग ने बताया है कि ‘चारों दलाल दूसरे जिलों के दलालों से 2 से 3 लाख रुपए में नाबालिग लड़कियों और महिलाओं की खरीद-फरोख्त करते थे और फिर अच्छी कीमत मिलने पर नाबालिग लड़कियों और महिलाओं को बिहार से बाहर के दलालों के हाथों बेचते थे. ये सौदा 4 से 5 लाख में होता था. कीमत लड़कियों और महिलाओं की खूबसूरती और उनकी शारीरिक बनावट के आधार पर तय किया जाता था.’
मोहम्मद मौसम: प्यार के जाल में फंसाया, देह व्यापार में धकेला, फिर गला दबाकर हत्या की
लड़की ने बताया कि ‘मोहम्मद मौसम ने साल 2021 में हिंदू नाम ऋषभ शाह बताकर एक हिन्दू लड़की को अपने झांसे में लिया था. रॉन्ग नंबर पर नाबालिग से पहले दोस्ती की, उसे प्रेम जाल में फंसाया और फिर झांसे में लेकर शादी के बहाने अनगढ़ थाना क्षेत्र स्थित अनगढ़ गांव बुला लिया.’
‘इसके बाद खुद कुछ दिनों तक शारीरिक संबंध बनाए और फिर लड़की को जिस्मफरोशी के धंधे में धकेल दिया था. इसके बाद लड़की को असली सच्चाई का पता चला तो घर जाने की जिद करने लगी. मोहम्मद मौसम ने गला दबाकर उसकी हत्या कर दी. मौसम के खिलाफ अनगढ़ थाना में हत्या का मामला दर्ज किया गया था.
आफताब खान: छापे की सूचना मिलते ही एक घंटे पहले ही भाग निकला
शुक्रवार रात एसपी कार्तिकेय शर्मा के निर्देश पर सदर SDPO पंकज कुमार शर्मा की अगुवाई छापेमारी की गई. इसकी सूचना 1 घंटे पहले ही गिरोह के सरगना आफताब खान मिल गई. यही वजह है कि रेड से पहले वो घर छोड़कर भाग निकला था.
एक रात का कस्टमर से 10 हजार लेता था आफताब
रेस्क्यू की गई महिलाओं में से एक ने बताया कि ‘मोहम्मद आफताब शहर के सफेदपोशों को लड़कियां उपलब्ध कराता है. पूरी रात के लिए कस्टमर से 10 हजार रुपए लेता था. रैकेट के सरगना मोहम्मद आफताब के साथ कई महिलाएं भी काम करती है, जो देह व्यापार से इनकार करने वाली लड़कियों से मारपीट करती थीं और जबरन उनसे देह व्यापार कराती थी. इनमें एक जुबैदा उर्फ कैटरीना नाम की महिला शामिल है, जिसे पुलिस ने छापेमारी के दौरान पकड़ा था.’
10 गाड़ियों में सवार 50 से अधिक पुलिसकर्मियों ने की छापेमारी
गुरुवार की रात एसपी कार्तिकेय शर्मा के निर्देश पर सदर SDPO पंकज कुमार शर्मा पुलिस की 10 गाड़ियों के साथ 50 से अधिक पुलिस वालों को लेकर गुलाबबाग रेड लाइट एरिया में पहुंचे थे और छापेमारी की थी. पुलिस के पहुंचते ही देह व्यापार में शामिल महिलाएं, लड़कियां भागने लगी थीं.
भागने के दौरान पुलिस ने महिला, लड़की और पुरुष (दलाल और कस्टमर) समेत 33 लोगों को गिरफ्तार किया था. इनमें 11 नाबालिग समेत 27 महिलाएं, जबकि 6 पुरूष शामिल थे. नाबालिग लड़कियों को काउंसलिंग के बाद बालिका सुधार गृह भेज दिया गया. वहीं, महिलाओं और पुरुषों को जेल भेज कर आगे की कार्रवाई की जा रही है.