मिर्ज़ापुर : भ्रष्टाचार का पर्याप्त बन चुके मिर्जापुर सीएमओ कार्यालय में बिना जेब ढीला किया कोई भी काम नहीं होता. इसकी बानगी सोमवार को तब देखने को मिली है, जब सीएमओ कार्यालय पर सीएमओ के खिलाफ धरने पर बैठे पत्रकारों के समक्ष एक गरीब ठेला लगा कर पेट पालने वाला व्यक्ति जन्म प्रमाण पत्र के नाम पर ₹400 लिए जाने का आरोप लगाते हुए बिलख पड़ा था. फिर क्या था हंगामा खड़ा होते ही संबंधित कर्मचारी जहां थर-थर कांपते हुए दुहाई देने लगें थे तो वहीं पीड़ित व्यक्ति जो अपनी पत्नी और दो मासूम बच्चों को लेकर पहुंचा था. वह आरोप लगाते हुए अपनी व्यथा बताते हुए बिलख पड़ा था कि वह कब से बच्चे के जन्म प्रमाण पत्र के लिए भटक रहा था.
मिर्जापुर सीएमओ कार्यालय में जमकर अवैध वसूली की जा रही है गाहे-बगाहे इसकी शिकायत तो सुनने में आया करती थी लेकिन सोमवार को जन्म प्रमाण पत्र बनाने के नाम पर गरीब से 400 रुपये लिए जाने का मामला उजागर हो गया. पीड़ित व्यक्ति ठेला लगाकर जीविकोपार्जन करता है. बावजूद इसके 100 से 200 रुपये कमाने वाले से सीएमओ कार्यालय के बाबू ने 400 रुपये ले लिया.
बताते चलें कि नगर के सबरी चुंगी के रहने वाले राजन गुप्ता ठेला लगाकर जीविकोपार्जन करते हैं. वह सोमवार को सीएमओ कार्यालय बच्चे का जन्म प्रमाण पत्र लेने पहुंचे थे. जहां उनसे संबंधित बाबू ने चार सौ रूपए लेने के बाद प्रमाण पत्र देने की बात कहीं. आरोप है कि इस दौरान पीड़ित व्यक्ति अपनी ग़रीबी और बेबशी का हवाला देकर गिड़गिड़ाता रहा है लेकिन संबंधित बाबू का जरा भी दिल नहीं पसीजा है.
आखिरकार जब चार सौ रुपए दिए गए तो बाबू ने झट से जन्म प्रमाण पत्र थमा दिया. जिससे व्यथित होकर वह कार्यालय से बाहर निकल ही रहा था कि, बाहर पत्रकार सीएमओ के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे थे. फिर क्या था उसनी अपनी पूरी व्यथा मीडिया के समक्ष बयां कर दी थी, जिसकी जानकारी संबंधित बाबू को होते ही वह गिड़गिड़ाते हुए पैसे नहीं लेने की दुहाई देने लगें थे, जबकि पीड़ित अपनी बात पर अड़े हुए चार सौ रुपए लेकर बच्चे का जन्म प्रमाण पत्र दिए जाने की बात कहता रहा है.