दुर्ग: छत्तीसगढ़ के दुर्ग जिले में एक विवाद सामने आया है, जिसमें निर्दलीय पार्षद सतीश पारख के पोस्टरों पर गोबर पोते जाने की घटना हुई है. उतई नगर पंचायत में वार्ड क्रमांक 5 में निर्दलीय पार्षद का चुनाव लड़ रहे प्रत्याशी सतीश पारख के पोस्ट में रविवार रात किसी ने गोबर पोत दिया.
छत्तीसगढ़ में पोस्टर विवाद: पोस्टर में गोबर पोतने को लेकर काफी बवाल हुआ. जब इस मामले का सीसीटीवी फुटेज सामने आया तो गोबर पोतने वाले ने कहा कि सतीश पारख उधारी नहीं दे रहा था, इसलिए उसने ऐसा किया है. उतई पुलिस मामले की जांच कर रही है.
स्थानीय निवासियों का आरोप है कि सतीश पारख ने उनसे पैसे लिए थे, जिन्हें अब तक वापस नहीं किया गया है. जब वे अपने पैसे मांगते हैं तो वह उन्हें डराते और धमकाते हैं. इसके विरोध में ही उन्होंने उनके पोस्टरों पर गोबर पोता है.
वहीं इस घटना पर भाजपा पार्षद सतीश चंद्राकर का कहना है कि पोस्टरों पर गोबर पोतने की इस घटना में उनका कोई हाथ नहीं है और जबरन उनका नाम इसमें घसीटा जा रहा है.
सतीश चंद्राकर ने बताया कि सतीश पारख नाम का युवक उतई नगर पंचायत के लिए पार्षद पद पर खड़ा है. उसने वार्ड 5 में अपने पोस्टर लगाए हैं. सोमवार सुबह यह देखने को मिला कि किसी ने उसके सभी पोस्टर में उसके चेहरे पर गोबर पोता है.
सीसीटीवी फुटेज में दिखा गोबर पोतने वाला: वहीं सतीश पारख के लोगों ने आक्रोश जताया. उन्होंने आरोप लगाया कि यह काम उनके प्रतिद्वंदी सतीश चंद्राकर ने किया है. इसके बाद इसकी शिकायत उतई पुलिस थाने में की गई. पुलिस ने जब मौके पर लगे सीसीटीवी फुटेज को चेक किया तो दो लोग गाड़ी में आकर गोबर पोतते दिखे.
सतीश चंद्राकर का कहना है कि ”मुझे पता चला कि सतीश पारख के पोस्टर पर गोबर पोता गया है. मेरे मोहल्ले में विवाद पैदा हो गया कि इसको सतीश चंद्राकर ने करवाया है. यहां कुछ कैमरे लगे हैं. कैमरा चेक किया गया तो पता चला कि राकेश नाम के एक शख्स ने गोबर पोता है. इस मामले की शिकायत थाने में की गई. वहीं जब राकेश से पूछा गया तो उसने बोला कि सतीश पारख ने उसका पेमेंट नहीं दिया इसलिए गोबर पोता है. एक और प्रदीप भाई जिसका 70 हजार का लेनदेन है. इसका मामला पहले से ही चल रहा है. मैं इस वार्ड से चुनाव लड़ रहा है. मेरी छवि खराब करने की कोशिश है.”
इस वजह से पोस्टर पर पोता गोबर: गोबर पोतने वाले की पहचान राकेश के रूप में हुई. वो दरवाजा खिड़की बनाने का काम करता है. राकेश ने गोबर पोतने की बात को स्वीकार किया है. उसका कहना है कि उसने सतीश पारख के घर में दरवाजा खिड़की लगाया था. उसका पैसा उसने नहीं दिया और उल्टा उसे धमकी देने लगा, इसलिए चुनाव के समय में उसे सबक सिखाने के लिए उसने ऐसा किया.
राकेश ने मीडिया में कहा कि सतीश पारख उसका पैसा नहीं दे रहा है. अभी उसने उसके पोस्टर में गोबर पोता है. यदि वो उसके घर वोट मांगने आया तो वो उसके चेहरे में गोबर पोतकर अपना विरोध दर्ज कराएगा.
उतई थाना प्रभारी विपिन रंगारी ने बताया कि हमारे पास सतीश चंद्राकर का फोन आया था. सतीश पारख के पोस्ट पर गोबर पोता गया है. इस मामले की जांच की जी रही है.
लोगों का यह भी आरोप है कि सतीश पारख ने कई लोगों से पैसा लेकर नहीं लौटाया है. इसका एक केस कोर्ट में भी चल रहा है. उतई में रहने वाली रेखा नाम की महिला ने बताया कि ”मैंने सतीश पारख की दुकान को किराया से लेकर कपड़े की दुकान खोली थी. जब उसने दुकान बंद की और पगड़ी की रकम 70 हजार मांगने लगी तो पारख ने गालीगलौज करके उसे भगा दिया. इसके बाद महिला ने उसके खिलाफ उतई थाने में शिकायत दर्ज कराई थी. हमने कोर्ट में केस लगाया है.”