उज्जैन के अमृत स्नान में शामिल होंगे 3 करोड़ लोग, ऐसी होगी व्यवस्था

मध्य प्रदेश की धार्मिक नगरी उज्जैन में सिंहस्थ 2028 के अमृत स्नान में 3 करोड़ श्रद्धालुओं के आने की संभावना जताई जा रही है. इसके लिए सरकार द्वारा अभी से तैयारियां शुरू कर दी गई हैं. अपर मुख्य सचिव ने दो दिन तक उज्जैन में रहकर व्यवस्थाओं की समीक्षा की, साथ ही आवश्यक दिशा-निर्देश दिए. 31 दिसंबर 2027 तक सभी निर्माण कार्यों को पूरा किए जाने पर जोर दिया गया. इस बीच निर्माणस्थलों का भी निरीक्षण भी किया गया.

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अपर मुख्य सचिव राजेश राजौरा ने उज्जैन पहुंचकर सिंहस्थ-2028 की तैयारियों का जायजा लिया. उन्होंने सिंहस्थ के अमृत स्नान में 3 करोड़ श्रद्धालुओं के आने की संभावना जताई है. राजौरा ने उज्जैन पहुंचकर श्रद्धालुओं की संख्या को देखते हुए तैयारी करने के निर्देश दिए. वह दो दिन से सिंहस्थ को लेकर समीक्षा कर रहे हैं. सोमवार को उन्होंने कुछ कार्य स्थलों का निरीक्षण भी किया.

होंगी मैपिंग, सड़कों और पुलों की सुविधाएं

अपर मुख्य सचिव ने अखाड़ों और संतों के लिए आवंटित स्थानों की मैपिंग, सड़कों और पुलों की सुविधाओं की जानकारी ली. उन्होंने रामघाट पर स्नान की व्यवस्था देखी. साथ ही शंकराचार्य चौराहा पहुंचकर मार्ग चौड़ीकरण की जानकारी ली. उज्जैन के पेशवाई मार्ग और सवारी मार्ग विकास का निरिक्षण कर आवश्यक निर्देश दिए. इसके अलावा निर्माणाधीन महाराजवाडा हेरिटेज होटल का भी निरीक्षण किया गया. अमृत स्नान को लेकर अपर मुख्य सचिव ने स्थानीय जनप्रतिनिधियों के साथ बैठक की.

42 हजार से ज्यादा तैनात होंगे पुलिसकर्मी

सिंहस्थ 2028 में भीड़ को नियंत्रण करने के लिए तैयारी की जाएगी. अमृत स्नान के लिए 15 मिनट का रिस्पांस टाइम तय हुआ है. मेला इलाके में दो नए थाने और अस्थाई पुलिस चौकियां बनाई जाएंगी, जिसमें 42 हजार से ज्यादा पुलिसकर्मी तैनात की जाएंगे. आने वाले श्रद्धालुओं के लिए जल आपूर्ति को ध्यान में रखते हुए 200 एमएलडी क्षमता का नेटवर्क तैयार किया जाएगा. क्षिप्रा नदी पर नए पुल बनाए जाएंगे. उज्जैन में 2028 में लगने वाले सिंहस्थ मेले में करोड़ों श्रद्धालु आएंगे. यहां होने वाले अमृत स्नान में करीब 3 करोड़ श्रद्धालु स्नान करेंगे. इसके लिए सड़कें चौड़ीकरण और अन्य निर्माण कार्य किए जाएंगे.

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