माघ पूर्णिमा पर इस शुभ मुहूर्त में करें गंगा स्नान, दूर होंगे सभी कष्ट!

हिंदू धर्म में पूर्णिमा की तिथि को बहुत ही विशेष माना गया है. साल भर में 24 पूर्णिमा की तिथियां पड़ती हैं. हर पूर्णिमा का अलग महत्व है. माघ के महीने में जो पूर्णिमा पड़ती है उसे माघ या माघी पूर्णिमा कहा जाता है. हिंदू धर्म शास्त्रों में माघ पूर्णिमा के दिन स्नान-दान का विधान है. माघ पूर्णिमा के दिन श्रद्धालु प्रयाग स्थित त्रिवेणी संगम में या अन्य स्थानों पर गंगा स्नान करते हैं. आइए जानते हैं कि इस साल माघ पूर्णिमा कब है और इस दिन गंगा स्नान किस मुहूर्त में करें.

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हिंदू पंचांग के अनुसार, माघ माह के शुक्ल पक्ष की पूर्णिमा तिथि की शुरुआत 11 फरवरी 2025 को शाम 6 बजकर 55 मिनट पर होगी. इस तिथि का समापन 12 फरवरी को शाम 7 बजकर 22 मिनट पर होगा. ऐसे में उदया तिथि के अनुसार, माघ पूर्णिमा 12 फरवरी को मनाई जाएगी. इसी दिन इसका व्रत रखा जाएगा. वहीं माघ पूर्णिमा पर महाकुंभ में शाही स्नान किया जाएगा.

माघ पूर्णिमा पर स्नान का मुहूर्त

माघ पूर्णिमा पर महाकुंभ में शाही स्नान का मुहूर्त 12 फरवरी को तड़के सुबह 5 बजकर 19 मिनट से शुरू होगा. ये मुहूर्त सुबह 6 बजकर 10 मिनट तक रहेगा. ये ब्रह्म मुहूर्त का समय गंगा में डुबकी लगाने के लिए सबसे उत्तम रहेगा. इस मुहूर्त में गंगा स्नान करने से जीवन सुख-समृद्धि आएगी. साथ ही जीवन के सभी दूख दूर हो जाएंगे.

माघ पूर्णिमा पर गंगा स्नान का महत्व

हिंदू धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, माघ पूर्णिमा के दिन जगत के पालनहार भगवान श्री हरि विष्णु गंगाजल में निवास करते हैं. ऐसे में इस दिन जो भी गंगा में डुबकी लगाता है, उसे पुण्यदायी फल तो प्राप्त होते ही हैं. साथ ही मोक्ष भी प्राप्त हो जाता है.

माघ पूर्णिमा का महत्व

माघ पूर्णिमा के दिन भगवान विष्णु या भोलेनाथ के पूजन से जीवन में सुख-समृद्धि आती है. साथ ही सभी परेशानियां दूर हो जाती हैं. इस दिन उन लोगों को चंद्र देव की पूजा अवश्य करनी चाहिए, जिनकी कुंडली में चंद्रमा कमजोर है. इस दिन दान भी किया जाता है. इस दिन दान करने से पुण्य फल प्राप्त होते हैं. माघ पूर्णिमा के दिन अन्न, धन, सफेद वस्त्र भोजन, दूध, दही, चीनी मिश्री, चांदी आदि का दान करना बहुत ही शुभ होता है.

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