खुशियां लाए चीते, कूनो चीता नेशनल पार्क में गूंजी किलकारी, वीरा बनी 2 बच्चों की मां

भारत का सबसे महत्वपूर्ण कदम चीता प्रोजेक्ट अपनी सफलता की कहानी गढ़ रहा है. चीतों से मध्य प्रदेश के जंगल गुलजार हो रहे हैं. एक बार फिर दो नन्हें चीता शावकों की दस्तक से ना सिर्फ कूनो नेशनल पार्क बल्कि पूरे देश में खुशियों की किलकारियां गूंजी है. मादा चीता वीरा ने दो नन्हें शावकों को जन्म दिया है. जिसके साथ ही अब भारत में चीतों की संख्या 26 हो गई है.

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केंद्रीय वनमंत्री ने साझा की खुशखबरी

सोशल मीडिया पर नन्हें चीता शावकों की जन्म की खबर खुद केंद्रीय वन मंत्री भूपेंद्र यादव ने साझा की है. साथ ही उन्होंने नन्हें शावकों का भारत की धरती पर स्वागत किया और प्रदेश वासियों को भी बधाई दी है. केंद्रीय वन मंत्री भूपेंद्र यादव ने अपने सोशल मीडिया हैंडल X पर लिखा है कि, “नन्हें चीतों की किलकारी से फिर गूंजा कूनो.. मध्य प्रदेश की ‘जंगल बुक’ में 2 चीता शावकों की दस्तक, मुझे यह जानकारी साझा करते हुए अत्यंत आनंद की अनुभूति हो रही है कि मध्य प्रदेश की धरती पर चीतों की संख्या में लगातार वृद्धि हो रही है.

मंगलवार को मादा चीता वीरा ने 2 नन्हें शावकों को जन्म दिया है. मध्य प्रदेश की धरती पर चीता शावकों का स्वागत है एवं प्रदेश वासियों को इन नन्हें शावकों के आगमन पर हार्दिक बधाई प्रेषित करता हूं. प्रोजेक्ट से संबंधित सभी अधिकारियों, चिकित्सकों एवं फील्ड स्टाफ को बधाई. जिनके अथक परिश्रम के परिणामस्वरूप आज मध्यप्रदेश को ‘चीतों की धरती’ के नाम से भी जाना जाता है. प्रदेश में चीतों का कुनबा निरंतर बढ़ने से प्रदेश के पर्यटन को नई उड़ान मिल रही है. जिससे रोजगार के नये द्वार खुल रहे हैं. हम चीतों के साथ ही समस्त वन्यजीवों के संरक्षण, संवर्धन एवं पुनर्स्थापन हेतु सदैव तत्पर हैं.”

भारत में अब तक 19 चीता शावकों ने लिया जन्म

मादा चीता वीरा के प्रसव को लेकर कई दिनों से कूनो प्रबंधन मॉनिटरिंग कर रहा था. उसे कूनो नेशनल पार्क के आठ नंबर बाड़े में रखा जा रहा था. वीरा द्वारा दो चीता शावकों को जन्म दिए जाने के बाद भारत में जन्मे शावकों की संख्या 19 हो चुकी है. जिनमें अभी जन्में शावकों को मिलाकर अब तक 14 शावक जीवित हैं. वहीं 12 वयस्क चीते भी कूनो में रह रहे हैं, हालांकि अभी एक चीता नेशनल पार्क की सीमा से बाहर खुले जंगल में है.

शावकों को जन्म देने वाली चौथी मादा चीता बनी वीरा

बता दें कि साल 2022 में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के जन्मदिन के मौके पर भारत में चीता प्रोजेक्ट के तहत नामीबिया और उसके बाद दक्षिण अफ्रीका से 20 चीतों को भारत की धरती पर पुनर्वास के लिए लाया गया था. उसके बाद से ही चीतों की बसाहट के लिए मध्य प्रदेश के कूनो नेशनल पार्क और आस-पास के जंगल में उनके रहने योग्य वातावरण तैयार किया जा रहा था.

हाल ही में इन चीतों में से दो चीते वायु और पवन को खुले जंगल में भी छोड़ दिया गया है. अब दो और चीता शावकों की जन्म से चीता प्रोजेक्ट के तहत भारत लाए गए चीतों की संख्या में इज़ाफा हुआ है. जिससे कूनो में भी खुशी की लहर है और मादा वीरा भारत में शावकों जन्म देने वाली चौथी चीता बन गई है.

 

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