उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने मंगलवार को कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे और समाजवादी पार्टी प्रमुख अखिलेश यादव पर तीखा हमला बोला. उन्होंने आरोप लगाया कि ये नेता और कुछ ‘सनातन विरोधी तत्व’ महाकुंभ हादसे को और बड़ा रूप देने की साजिश कर रहे थे. 29 जनवरी को मौनी अमावस्या के अवसर पर प्रयागराज के संगम में भगदड़ मच गई थी, जिसमें सरकारी आंकड़ों के अनुसार 30 लोगों की मौत हो गई और 60 से ज्यादा लोग घायल हो गए.
‘झूठ बोले रहे हैं विपक्षी नेता’
प्रयागराज में मीडिया से बातचीत में योगी आदित्यनाथ ने कहा, ‘जब पूरा देश और दुनिया इस भव्य सनातन धर्म आयोजन को गर्व से देख रही है, तब कुछ लोग इसके खिलाफ साजिश रच रहे हैं और झूठ फैला रहे हैं.’ उन्होंने आगे कहा, ‘कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे और सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने संसद में जो बयान दिए, वे इसी साजिश का हिस्सा हैं. वे महाकुंभ को बदनाम करने की कोशिश कर रहे हैं.’
‘खड़गे और अखिलेश का बयान भ्रामक है’
मुख्यमंत्री ने खड़गे के उस दावे को झूठा बताया, जिसमें उन्होंने कहा था कि ‘मौनी अमावस्या पर प्रयागराज कुंभ में हजारों लोगों की मौत हुई.’ योगी ने कहा, ‘कांग्रेस जैसी पुरानी पार्टी के अध्यक्ष से जिम्मेदार बयान की उम्मीद की जाती है, लेकिन उन्होंने संसद में गलत जानकारी दी और जनता को गुमराह करने की कोशिश की.’ उन्होंने अखिलेश यादव पर भी हमला बोलते हुए कहा कि ऐसा लगता है कि ‘दोनों पार्टियां यह साबित करने की होड़ में हैं कि कौन ज्यादा सनातन विरोधी बयान दे सकता है.’
प्रशासन ने भगदड़ के तुरंत बाद एक्शन लिया’
योगी आदित्यनाथ ने कहा कि प्रशासन ने भगदड़ के तुरंत बाद तेजी से राहत और बचाव कार्य किया. उन्होंने कहा, ‘मेला प्रशासन, पुलिस, राष्ट्रीय आपदा मोचन बल (NDRF), राज्य आपदा मोचन बल (SDRF) और सिविल डिफेंस की टीमों ने घायलों को अस्पताल पहुंचाने में कोई देर नहीं की.’
उन्होंने बताया कि हादसे में मारे गए लोगों के परिजनों को सरकार ने आर्थिक मदद दी है, हालांकि किसी की जान का कोई मूल्य नहीं हो सकता. घायलों का इलाज किया गया और ज्यादातर लोग अब घर लौट चुके हैं, जबकि कुछ का इलाज प्रयागराज मेडिकल कॉलेज में चल रहा है. मुख्यमंत्री ने कहा, ‘मैं खुद अपने मंत्रियों और प्रशासनिक अधिकारियों के साथ पीड़ितों से मिला हूं.’
योगी आदित्यनाथ ने विपक्ष पर निशाना साधते हुए कहा कि ‘इन पार्टियों को श्रद्धालुओं की चिंता नहीं, बल्कि सिर्फ अपनी राजनीति की फिक्र है.’