भारत में डायबिटीज की बीमारी तेजी से बढ़ती जा रही है. खासकर युवाओं को भी यह बीमारी अपनी चपेट में ले रही है. इसे कंट्रोल करने के लिए लोग तरह-तरह के तरीके अपनाते हैं. कई लोग चावल खाना छोड़ देते हैं तो कई लोग गेंहू के आंटे के साथ बाजरा और रागी का आंटा मिलाकर रोटी खाने लगते हैं. इसके अलावा कई लोग यह सोचते हैं कि अगर वे रात का भोजन छोड़ देंगे तो शुगर लेवल कंट्रोल रहेगा, लेकिन क्या सच में ऐसा करना सही है? आइए जानते हैं कि डायबिटीज के मरीजों के लिए रात का खाना न खाने के फायदे और नुकसान क्या हो सकते हैं.
क्या रात का खाना छोड़ना सही
डायबिटीज में सही समय पर खाना बहुत जरूरी होता है. अगर आप रात का खाना नहीं खाते, तो इससे शरीर में शुगर का लेवल ऊपर-नीचे हो सकता है. कभी-कभी खाना न खाने से शुगर कम हो जाता है, जिससे चक्कर आ सकते हैं और कमजोरी महसूस हो सकती है. दूसरी तरफ, कुछ मामलों में शरीर ज्यादा ग्लूकोज बनाने लगता है, जिससे शुगर लेवल बढ़ सकता है.
इसलिए अगर डायबिटीज के मरीज हैं तो उन्हें डॉक्टर की सलाह लेना चाहिए. कई बार टाइप 2 डायबिटीज के मरीजों के लिए फास्टिंग अच्छा भी माना गया है. इससे शरीर में इंसुलिन ठीक से काम करता है, लेकिन जरूरी नहीं कि सभी डायबिटीज मरीजों के साथ इंसुलिन ठीक से काम करें. हर व्यक्ति की शारीरिक संरचना अलग-अलग होती है. ऐसे में अगर कोई खाली पेट रहता है तो उसका शुगर लेव बढ़ सकता है या घट सकता है.
क्या नुकसान हो सकता है?
डायबिटीज के मरीजों को ज्यादा समय तक खाली पेट नहीं रहना चाहिए. कमजोरी, थकान और चक्कर आने जैसी समस्या बढ़ सकती है. अगर शरीर को समय पर खाना न मिले तो शुगर लेवल अचानक बहुत नीचे चला जाता है, जिससे खतरा हो सकता है. खाली पेट सोने से बार-बार नींद खुल सकती है. खाली पेट रहने से पाचन खराब भी हो सकता है. अगर आप बार-बार खाना छोड़ेंगे तो शरीर का पाचन तंत्र भी प्रभावित हो सकता है.
क्या कहते हैं डॉक्टर
दिल्ली के वरिष्ठ डॉक्टर सुभाष गिरी बताते हैं कि डायबिटीज के मरीजों को शाम का खाना नहीं छोड़ना चाहिए. हालांकि, उनको जल्दी खाना खा लेना चाहिए. रात में 8 बजे तक खा लेना चाहिए. रात में हल्का खाना खाना सेहत के लिए फायदेमंद होता है.डायबिटीज के मरीजों को हर 3 घंटे में कुछ हल्का-फुल्का खाना चाहिए. अधिक खाना नहीं लेना चाहिए.
शुगर कंट्रोल के लिए क्या करें?
रात का खाना न छोड़ें. बल्कि हल्का और पौष्टिक खाना खाएं. दाल, सब्जियां, रोटी और सलाद जैसी चीजें खाएं. ज्यादा तला-भुना और मीठा खाने से बचें. सोने से 2-3 घंटे पहले खाना खा लें ताकि पाचन सही रहे. कोई भी बड़ा बदलाव करने से पहले डॉक्टर से सलाह लें.