छत्तीसगढ़ में नगरीय निकाय और त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव का शोरगुल जारी है. नगरीय क्षेत्रों में 11 फरवरी को मतदान होना है. मतदाता केंद्रों में पहुंच कर मतदाता अपने मताधिकार का प्रयोग करेंगे. लेकिन इस बार निर्वाचन में भाग लेने के लिए दिव्यांग और वरिष्ठ मतदाताओं को भी केंद्र पहुंच मतदान करना पड़ेगा. विधानसभा और लोकसभा चुनाव की तरह होम वोटिंग की सुविधा उन्हें नहीं मिलेगी. दरअसल, अब तक देखा गया था कि विधानसभा और लोकसभा के चुनाव में दिव्यांग और 80 साल से ज़्यादा के मतदाता को होम वोटिंग की सुविधा मिल रही थी. मतदान कर्मी घर तक पहुंच कर मतदान ले रहे थे…. लेकिन इस बार नगरीय निकाय और पंचायत चुनाव की इस पूरी प्रक्रिया में इन्हें दूर रखा गया है. यानी कि इन्हें अब अपने नजदीक के मतदान केंद्रों में पहुंच कर मतदान करना पड़ेगा.
कांकेर ज़िले में कितने मतदाता ?
कांकेर जिले की बात करें तो साल 2024 के विधानसभा चुनाव के आंकड़ों के अनुसार जिले में 1027 दिव्यांग और वरिष्ठ मतदाता की संख्या है. जिसमे 706 दिव्यांग और 421 वरिष्ठ मतदाता है. जिसमें कांकेर में 255, भानुप्रतापपुर में 60, चारामा में 312, अंतागढ़ में 60, कोयलीबेड़ा में 210, नरहरपुर में 273 और दुर्गुकोंदल में 208 मतदाता शामिल हैं. इसी प्रकार नगर पालिका कांकेर में 16, नगर पंचायत चारामा में 33, नगर पंचायत नरहरपुर में 38, नगर पंचायत भानुप्रतापपुर में 18, नगर पंचायत अंतागढ़ में 16 और नगर पंचायत पखांजुर 28 मतदाता है.
इस बार दिव्यांगों को नहीं मिलेगी सुविधा
हालांकि पूर्व में दिव्यांग रथ सहित अन्य सुविधाएं प्रदान कर शत प्रतिशत वोटिंग के लिए प्रशासन ने प्रयास किया. ताकि वोटिंग प्रतिशत बढ़ाया जा सके. लेकिन इस बार ये सुविधा निर्वाचन आयोग की तरफ से नहीं की गई है. इस पर भानुप्रतापपुर के एक वरिष्ठ नागरिक वीरेंद्र सिंह ठाकुर भानुप्रतापपुर SDM को आवेदन देने गए थे… लेकिन SDM ने आवेदन लेने से इनकार कर दिया.
नगर के नागरिक अनूप शर्मा ने बताया कि उनकी मां आशा देवी शर्मा की उम्र 90 साल है. जिनका स्वास्थ्य ठीक नहीं रहता, चलने फिर में असमर्थ है. उन्होंने कहा कि उनको होम वोटिंग की सुविधा मिलनी चाहिए ताकि दिक्कत ना हो. वहीं, इस मामले में कांकेर कलेक्टर नीलेश क्षीरसागर का कहना है कि दिव्यांग और वरिष्ठ मतदाताओं के नगर के नागरिक अनूप शर्मा ने बताया कि उनकी मां आशा देवी शर्मा की उम्र 90 साल है. जिनका स्वास्थ्य ठीक नहीं रहता, चलने फिर में असमर्थ है. उन्होंने कहा कि उनको होम वोटिंग की सुविधा मिलनी चाहिए ताकि दिक्कत ना हो. वहीं, इस मामले में कांकेर कलेक्टर नीलेश क्षीरसागर का कहना है कि दिव्यांग और वरिष्ठ मतदाताओं के लिए मतदान केंद्रों में विशेष सुविधा की जाएगी. ताकि वह भी अपना मतदान कर सके. मतदान केंद्रों में विशेष सुविधा की जाएगी. ताकि वह भी अपना मतदान कर सके.