यूपी के बलिया जिले में जमीन विवाद को लेकर दो गुटों के बीच खूनी झड़प हो गई. इस झड़प में दो लोगों की मौत हो गई और कई अन्य घायल हो गए. मामले में एसपी ओमवीर सिंह ने बताया कि घटना बुधवार रात खैरीद गांव में हुई, जहां रामजीत यादव और उनके बेटे निरंजन यादव ने अन्य लोगों के साथ मिलकर प्रतिद्वंद्वी गुट के घर में घुसकर खाना खाते समय उन पर धारदार हथियार से हमला कर दिया.
इस हमले में चार लोग घायल हो गए. इनमें से पंकज यादव (24) गंभीर रूप से घायल हो गया, जिसे बलिया जिला अस्पताल से बनारस हिंदू विश्वविद्यालय (बीएचयू) वाराणसी रेफर किया गया, लेकिन रास्ते में ही उसकी मौत हो गई. बाद में एक अन्य घायल अनिल यादव (42) की भी मऊ में इलाज के दौरान मौत हो गई. जबकि, अन्य दो घायलों का अभी इलाज चल रहा है.
घटना के बाद गांव में सुरक्षा कड़ी कर दी गई है. पुलिस के मुताबिक, दोनों गुटों के बीच लंबे समय से जमीन विवाद चल रहा था, जो फिलहाल अदालत में विचाराधीन है. अदालत ने इस मामले पर स्थगन आदेश भी जारी किया था. एक महीने पहले भी ऐसी ही झड़प हुई थी, जिसके कारण दोनों पक्षों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की गई थी और अदालत में आरोपपत्र दायर किया गया था.
बकौल बलिया एसपी- 05 फरवरी को समय लगभग रात्रि 08.00 बजे सूचना प्राप्त हुई कि थाना सिकन्दरपुर अन्तर्गत ग्राम खरीद में दो पक्षों के बीच मारपीट हुई है. दोनों पक्षों के बीच कई वर्षो से पुराना जमीनी विवाद चल रहा है, जिस पर माननीय न्यायालय का स्थगन आदेश भी पारित है व प्रकरण माननीय न्यायालय में विचाराधीन है. पूर्व में भी लगभग 1 महीने पहले दोनों पक्षों में झगड़ा हुआ था जिसमें दोनों ही तरफ से अभियोग पंजीकृत किया गया था व आरोप पत्र भी न्यायालय भेज दिया गया था.
वर्तमान में यह बात सामने आई है कि मारपीट में एक पक्ष के रामजीत यादव व उनके पुत्र निरंजन यादव, नीरज यादव, मनीष यादव व अन्य लोगों के द्वारा घर में घुसकर पीड़ित पक्ष जो खाना खाकर आराम कर रहे थे उनके ऊपर हमला किया गया जिससे पिड़ित पक्ष के कुल 04 लोग घायल हो गए थे. जिसमें पंकज यादव को जिला अस्पताल बलिया से बीएचयू रेफर किया गया था जिनकी रास्ते में जाते समय मृत्यु होने की सूचना प्राप्त हुई है तथा 03 लोगों को मऊ रेफर किया गया था, जिसमें दो लोग(गीता देवी व मोतीचन्द) उपचाराधीन है. वहीं, अनिल यादव की इलाज के दौरान प्रकाश हास्पिटल में मृत्यु की सूचना है.
परिजनों से वार्ता की जी रही है तहरीर प्राप्त कर अग्रेतर विधिक कार्यवाही की जाएगी. शांति व्यवस्था के दृष्टिगत पुलिस बल को मौके पर तैनात किया गया है. अन्य आवश्यक विधिक कार्यवाही प्रचलित है.