रायपुर: छत्तीसगढ़ में धर्मांतरण के मामले लगातार सामने आ रहे हैं. अभी हाल ही में बिलासपुर में एक मामला सामने आया है, जहां गरीब लोगों को लालच देकर सनातन धर्म के खिलाफ भड़काया जा रहा था. निगमकर्मी की शिकायत पर पास्टर संतोष मोसेस और उसकी पत्नी अनु मोसेस के खिलाफ मामला दर्ज हुआ है. दोनों पर दबाव डालकर धर्मांतरण कराने का आरोप लगा है. निगमकर्मी ने पुलिस में शिकायत दी है कि उसके घरवाले और ससुराल के लोग ईसाई धर्म अपना चुके हैं लेकिन मैं नहीं करना चाहता हूं.
प्रभु का डर दिखाकर करा रहे धर्मांतरण
आरोप है कि पास्टर और उसकी पत्नी लोगों को प्रभु का डर दिखाता है और उनका धर्मांतरण करवा रहा है. इसी से परेशान होकर निगमकर्मी ने पुलिस में शिकायत दी है. पुलिस ने पास्टर और उसकी पत्नी के खिलाफ केस दर्ज कर लिया है. धर्मांतरण करवाने वाले लोगों के निशाने पर बीमार लोग होते हैं. उन्हें चंगाई सभाओं में बुलाया जाता है. साथ ही छोटी-छोटी मदद कर उनका विश्वास जीता जाता है.
उत्तरा कुमार साहू की शिकायत पर सकरी थाने की पुलिस मामले की जांच कर रही है. परेशान होकर साहू ने सकरी थाने में शिकायत दर्ज कराई. पुलिस ने पास्टर दंपत्ति के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया है और जांच जारी है. शिकायतकर्ता ने कहा कि जब पुरुष घर में नहीं होते तो महिलाओं को बुलाया जाता है. साथ ही उन्हें भूत प्रेत भगाने की बात भी करती है.
पति पर धर्म बदलने का बनाया जाता है दवाब
वहीं, जब घर की महिलाएं और बच्चे इनके झांसे में आ जाते तो घर के पुरुष पर धर्मांतरण का दबाव बनाया जाता है. ईसाई धर्म अपनाने के बाद पति की शराब की लत छूट जाएगी. धर्म बदलने के बाद उन्हें हिंदू धर्म के त्यौहारों से दूर रखा जाता है.
लगातार आ रहे धर्मांतरण के मामले
बिलासपुर के अलग-अलग क्षेत्रों में धर्मांतरण के मामले लगातार सामने आ रहे हैं. जनवरी महीने में ही 12 मामले सामने आए थे. हिंदू संगठनों का आरोप है कि वह परिवार के लोगों से मेल बढ़ाते हैं. मेल बढ़ाने के बाद उन्हें धर्मांतरण के लिए समझाते हैं. फिर प्रलोभन देकर उनका धर्म बदलवाते हैं.