रीवा जिले से बड़ी खबर सामने आई है. जहां रीवा के डाक विभाग में ब्रांच पोस्ट मास्टरों की भर्ती में एक बड़ा फर्जीवाड़ा सामने आया है. दावा किया जा रहा है कि छह पोस्ट मास्टरों की नियुक्ति फर्जी पाई गई है, और यह फर्जीवाड़ा दस्तावेजों के सत्यापन के दौरान पकड़ा गया.
बताया जा रहा है कि इन सभी पोस्ट मास्टरों की सेवा समाप्त करने के आदेश जारी कर दिए गए हैं. इतना ही नहीं, डाकघर अधीक्षक ने इन सभी के खिलाफ एफआईआर दर्ज करने के भी निर्देश दिए हैं.
आपको बता दे कि डाक विभाग में हाल ही में की गई ब्रांच पोस्ट मास्टरों की भर्ती में व्यापक पैमाने पर फर्जीवाड़ा किए जाने का खुलासा हुआ है. फिलहाल, दस्तावेजों के सहारे नियुक्ति प्राप्त करने वाले ब्रांच पोस्ट मास्टरों की पहचान की जा रही है. दस्तावेजों के सत्यापन के दौरान अब तक छह फर्जी ब्रांच पोस्ट मास्टरों की पहचान की गई है, और उनकी सेवाएं समाप्त कर दी गई हैं. इसके अलावा, उनके खिलाफ एफआईआर दर्ज कराई जा रही है.
डाकघर अधीक्षक, रीवा संभाग, रमेश कुमार तिवारी ने इस फर्जीवाड़े की पुष्टि की है. उन्होंने बताया कि नियुक्त किए गए ब्रांच पोस्ट मास्टरों के दस्तावेजों का सत्यापन किया जा रहा है. सत्यापन के दौरान छह ब्रांच पोस्ट मास्टरों के दस्तावेज फर्जी पाए गए, और उनकी सेवा समाप्त कर दी गई.
बताया गया कि नियुक्त किए गए ब्रांच पोस्ट मास्टरों के दस्तावेजों के सत्यापन का काम अभी जारी है, जिसमें रीवा के पांच और सीधी का एक ब्रांच पोस्ट मास्टर शामिल है. जब तक सभी ब्रांच पोस्ट मास्टरों के दस्तावेजों का सत्यापन पूरा नहीं हो जाता, तब तक यह कहना मुश्किल है कि कितने ब्रांच पोस्ट मास्टर फर्जी हैं. फिलहाल, जांच-पड़ताल जारी है.
इधर, डाकघर अधीक्षक की इस कार्रवाई से जिले भर में नियुक्त किए गए ब्रांच पोस्ट मास्टरों में हड़कंप मच गया है। जिन फर्जी ब्रांच पोस्ट मास्टरों की सेवा समाप्त की गई है, उनमें अजय कुमार (बरा कोठार), अजय निगम (बहुला पटेरा), विनोद कुमार चंद, मोनिका त्रिपाठी (पनवार), और नरेंद्र कुमार (गढ़ी सोहरवा) शामिल हैं. सूत्रों के मुताबिक, इनकी अंक सूची फर्जी पाई गई है, और इनके खिलाफ एफआईआर दर्ज कराने के निर्देश दिए गए हैं.