जबलपुर: पुलिस ने सात साल से फरार चल रहे बलात्कार के आरोपी आशीष झारिया को गिरफ्तार करने के लिए अनोखी रणनीति अपनाई. वर्ष 2018 में दर्ज मामले के बाद से आरोपी मुंबई और पुणे में फरारी काट रहा था. पुलिस के पास कोई ठोस सुराग नहीं था, लेकिन एक पुराने दोस्त की मदद से उसे पकड़ने की योजना बनाई गई.
संस्कारधानी जबलपुर में धार्मिक आयोजनों और भंडारों की विशेष मान्यता है. पुलिस ने इसी कमजोरी का फायदा उठाते हुए आरोपी को जाल में फंसाया. पुलिस ने उसके पुराने दोस्त के नाम से फोन कर भंडारे में बुलाया, जहां स्वादिष्ट प्रसाद वितरण का लालच दिया गया.
प्रसाद चखने के लिए आरोपी जबलपुर पहुंचा, लेकिन वहां पुलिस पहले से ही घात लगाए बैठी थी. जैसे ही आरोपी पहुंचा, क्राइम ब्रांच की टीम ने उसे दबोच लिया. मदन महल थाना में दर्ज इस गंभीर मामले में पुलिस की कार्यशैली की हर तरफ तारीफ हो रही है. सात साल बाद इस सफलता से पीड़िता को न्याय मिलने की उम्मीद जगी है. इस ऑपरेशन ने जबलपुर पुलिस की सूझबूझ और रणनीतिक कौशल को फिर से साबित किया है.