हरदोई : जिले के एक पत्रकार से पूरा किराया वसूलने के बाद भी बस में सीट नहीं दी गई, सीट मांगने पर कंडक्टर-ड्राइवर ने पत्रकार के साथ न सिर्फ मारपीट की बल्कि मुंह से काटा और बस के नीचे फेंक कर कुचलने की कोशिश की. इस मामले में पुलिस ने ड्राइवर को पकड़ लिया और बस सीज़ कर दी.
हरदोई शहर के श्रवण देवी मंदिर निवासी पत्रकार गंगा शंकर दीक्षित पुत्र अरुण कुमार दीक्षित शुक्रवार की शाम को प्राइवेट बस पर सवार हो कर सांडी से शहर आ रहे थे, उन्होनें रास्तें में कंडक्टर राजन निवासी नगरा बरसोहिया थाना हरपालपुर को पूरा किराया दिया और पत्रकार होने का हवाला देते हुए बैठने के लिए सीट मांगी, पत्रकार नाम सुनते ही कंडक्टर राजन गाली-गलौज करने लगा.
उसी बीच ड्राइवर संजय यादव निवासी साण्डी तिराहा चौधरियापुर ने ज्ञानपुरवा के पास बस खड़ी कर दी और पत्रकार गंगा शंकर दीक्षित को नीचे खींच कर लात-घूंसो से मारने लगे, कंडक्टर ने दांतों से उन्हें काट खाया, ड्राइवर संजय यादव ने भी बुरी तरह पिटाई की और दोनों ने कुचल कर मार डालने की धमकी देते हुए पत्रकार गंगा शंकर दीक्षित को बस के नीचे फेंक दिया.
उसी बीच आस-पड़ोस के लोग पहुंच गए. उधर सूचना मिलते ही वहां पहुंची पुलिस ने ड्राइवर संजय को पकड़ कर बस को कब्ज़े में ले लिया.पुलिस ने बस को सीज़ कर दिया है और पत्रकार को मेडिकल के लिए सीएचसी भेजा.
बगैर परमिट और बगैर इंश्योरेन्स के दौड़ रही थी बस
पत्रकार के साथ जिस बस के ड्राइवर और कंडक्टर ने गलत बर्ताव किया और मारपीट की उसका परमिट हरदोई-साण्डी मार्ग का नहीं बल्कि जगदीशपुर मारै का था, इतना ही नहीं बस नंबर यूपी-30/एटी/1150 का इंश्योरेंस भी नहीं था. जैसा कि बताया जा रहा है कि नियमों को धता बताते हुए बस का संचालन हो रहा था.पुलिस मामले की जांच कर रही है.
दूर खड़ी देखती रही खाकी!
पत्रकार गंगा शंकर दीक्षित ने बताया कि बस ड्राइवर और कंडक्टर उन्हें ज्ञानपुरवा के पास लात-घूंसो से मार रहे थे, वहीं पास में पीआरडी का जवान बावर्दी खड़ा तमाशा देख रहा था.उन्होनें उससे मदद भी मांगी, लेकिन मदद करना तो दूर वह जहां पर खड़ा था, वहीं पर खड़ा रहा.
घटना को लेकर पत्रकारों में आक्रोश, कठोर कार्रवाई की मांग
पत्रकार गंगा शंकर दीक्षित के साथ हुई मारपीट व बस के नीचे डालकर कुचलने की कोशिश की घटना की जानकारी जैसे ही जिले के पत्रकारों को हुई, उनमें आक्रोश पनप आया.हरदोई पत्रकार एसोसिएशन के अध्यक्ष सुंधाशु मिश्रा सहित दर्जनों पत्रकारों ने घटना को दुर्भाग्यपूर्ण बताते हुए कंडक्टर और ड्राइवर पर कठोर कार्रवाई की मांग की है.