दिल्ली विधानसभा चुनाव के नतीजे एग्जिट पोल के साथ जाते हुए दिखाई दे रहे हैं. अभी तक के रुझानों के मुताबिक, दिल्ली की जनता का केजरीवाल की पार्टी से मोह भंग होता दिखाई दे रहा है. ऐसे में कुमार विश्वास ने सोशल मीडिया एक्स पर तंज भरा ट्वीट किया है. जिसमें वीडियो के साथ उन्होंने लिखा है कि अहंकार ईश्वर का भोजन है. खुद को इतना शक्तिशाली मत समझो कि जिन्होंने हमें सिद्धियां दी हैं, उन्हीं को आप आंखें दिखाने लगो.
याद रखिएगा कि आपकी सफलता के पीछे कृष्ण जैसे ऐसे असंख्य लोग हैं, जिनकी चुपचाप और अदृश्य शुभकामनाओं के कारण आप इस विजय रथ पर सवार हुए हैं. जब भी आपको यह लगने लगे कि आपने ये ऐतिहासिक सफलता आपने अपनी शक्ति के दम पर पा ली है तो आप बस उन लोगों के बारे में सोचिए, जिनके सहयोग के बिना आपकी ये यात्रा आसान नहीं होती. दरअसल, जनलोकपाल आंदोलन में कुमार विश्वास और अरविंद केजरीवाल सक्रिय कार्यकर्ता के रूप में नजर आए थे. अन्ना हजारे के मार्गदर्शन में दोनों ही नेताओं ने राजनीति की दुनिया में अपनी पहचान बनाई थी.
अहंकार ईश्वर का भोजन हैhttps://t.co/IbquuhHNFL pic.twitter.com/8cjCpxfnuR
— Dr Kumar Vishvas (@DrKumarVishwas) September 19, 2022
छवि नहीं अच्छी इसलिए चुनाव हार रहे
इस बार के चुनाव में आम आदमी पार्टी दूसरे नंबर है. नई दिल्ली सीट से खुद अरविंद केजरीवाल के जीत की स्थिति भी कुछ स्थिर नजर नहीं आ रही है. वो कुछ सौ वोटों के अंतर से कभी आगे तो कभी पीछे जा रहे हैं. सामाजिक कार्यकर्ता अन्ना हजारे ने कहा कि मैं हमेशा से कह रहा हूं कि चुनाव लड़ते समय उम्मीदवार का आचार, विचार और चरित्र का शुद्ध होना चाहिए. छवि पर कोई दाग नहीं होना चाहिए.
लेकिन, उन्हें यह बात समझ में नहीं आई. वे शराब और पैसे में उलझ गए. इससे अरविंद केजरीवाल की छवि खराब हुई और इसलिए उन्हें चुनाव में कम वोट मिल रहे हैं. लोगों ने देखा कि वे चरित्र की बात करते हैं लेकिन शराब में लिप्त रहते हैं. राजनीति में आरोप लगते रहते हैं. किसी को यह साबित करना पड़ता है कि वह दोषी नहीं है. सच सच ही रहेगा. जब बैठक हुई, तो मैंने तय कर लिया कि मैं पार्टी का हिस्सा नहीं रहूंगा और मैं उस दिन से पार्टी से दूर हूं.