लखीमपुर खीरी : निघासन क्षेत्र में ग्रामीणों के लिए दहशत का पर्याय बना तेंदुआ आखिरकार पिंजरे में कैद हो गया. तेंदुआ पकड़े जाने के बाद जहां ग्रामीण दहशत मुक्त हुए हैं, वहीं वन विभाग को भी राहत मिली है. मौके पर पहुंचें वन अधिकारी जाँच में जुटे.
निघासन क्षेत्र के वन विभाग ने बैलहा डीह गांव में नंदकिशोर के उसी लाही के खेत में पिंजरा लगाया था, जहां तेंदुए ने बृहस्पतिवार की सुबह नंदकिशोर पर हमला कर उन्हें मार दिया था. शनिवार शाम करीब सवा सात बजे तेंदुआ पिंजरे में बंधी बकरी का शिकार करने घुसा और इसमें कैद हो गया. पकड़े गए तेंदुए को लुधौरी वन रेंज ले जाया गया. वहां तेंदुए को देखने वाली की इतनी भीड़ जुटी की रेंज कार्यालय में ताला लगना पड़ा.
मौके पर वनाधिकारियों ने पहुंचकर की जाँच पड़ताल
सूचना पाकर एसडीओ मनोज तिवारी भी पहुंचे. रेंजर गजेंद्र बहादुर सिंह ने बताया कि तेंदुए की सेहत और सही उम्र आदि के बारे में तो डॉक्टर ही जांच के बाद बता सकते हैं, लेकिन यह तेंदुआ नर है. करीब चार-पांच साल का वयस्क व स्वस्थ लग रहा है. इसका वजन भी 70-75 किलो के करीब होना चाहिए. इसे कहां भेजना है, यह आला अफसर तय करेंगे.