इटावा में संपत्ति के लिए खूनी संघर्ष: भाई ने बहन और मासूम भांजी को उतारा मौत के घाट

इटावा: इटावा में एक ह्रदय विदारक घटना ने रिश्तों की मर्यादा को तार-तार कर दिया है. संपत्ति विवाद में एक भाई ने अपनी सगी बहन और मासूम भांजी की गोली मारकर हत्या कर दी. यह खूनी खेल करोड़ों की संपत्ति के लिए खेला गया, जिसे सेवानिवृत्त सीएमओ ने अपनी बेटी के नाम कर दिया था.

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करोड़ों की संपत्ति बनी विवाद की जड़

सेवानिवृत्त सीएमओ लवकुश चौहान ने अपनी 75 बीघा जमीन में से 25 बीघा और इटावा शहर के करमगंज स्थित करीब एक करोड़ के मकान को अपनी छोटी बेटी ज्योति चौहान के नाम कर दिया था. इस बात से ज्योति का बड़ा भाई हर्षवर्धन नाराज था और उसने न्यायालय में वाद भी दायर किया था.

 

पहले भी कर चुका था हमले

हर्षवर्धन के ऊपर प्रॉपर्टी के विवाद में जानलेवा हमला और मारपीट करने के भी आरोप लगे थे. ज्योति चौहान ने राहुल मिश्रा से 2019 में प्रेम विवाह किया था. सेवानिवृत्त सीएमओ के तीन बच्चे थे, जिनमें दो बेटियां और एक बेटा है. पत्नी के देहांत के बाद से ज्योति अपने पिता की सेवा करती थी, जिससे पिता ने कुछ खेती और मकान उसके नाम किया था। इसी बात से बेटा हर्षवर्धन नाराज था.

पिता ने सुनाई खौफनाक कहानी
सेवानिवृत्त सीएमओ लवकुश चौहान ने बताया कि सभी लोग घर के अंदर थे. उनका बेटा हर्षवर्धन घर में घुसकर आया और उनकी बेटी और नातिन को ऊपर उसने गोली चला दी. जब तक वे लोग कुछ समझ पाते तब तक दोनों के गोली लग चुकी थी. उनका दामाद नातिन और बेटी को जिला अस्पताल ले गया, जहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया.

 

उन्होंने बताया कि उनकी पत्नी का देहांत हो गया है, उनकी बेटी उनकी सेवा करती थी. इसलिए उन्होंने अपनी प्रॉपर्टी में अपनी बेटी को भी हिस्सा दे दिया था, जो उनके बेटे को नागवार गुजरा। इसलिए वह आए दिन विवाद करता था.

मृतका के पति ने सुनाई आपबीती

ज्योति चौहान के पति राहुल मिश्रा ने बताया कि उनका विवाह 2019 में हुआ था. वह लखनऊ के सीतापुर रोड का मूल रूप से निवासी है, लेकिन अपनी पत्नी और बच्ची के साथ यहीं रहता था. राहुल ने बताया कि उनके साले और उसके बेटों ने मिलकर उन लोगों के ऊपर गोलियां चलाईं, जिसमें उनकी पत्नी के दो, बेटी के एक और उनके ऊपर एक गोली चलाई, जो उनके हाथ में लग गई. इससे पूर्व भी ये हम लोगों पर हमला कर चुका है. आज इसने मेरी पत्नी और बच्ची को मार डाला.

 

पुलिस की कार्रवाई

वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक संजय कुमार वर्मा ने जानकारी देते हुए बताया है कि पूर्व सीएमओ, जो कि श्रावस्ती जिले से रिटायर्ड हैं, उन्होंने अपनी कुछ खैरी और यह मकान बेटी के नाम कर दिया था, जो कि उनके बेटे हर्षवर्धन को अच्छा नहीं लगा. इसी बात से नाराज होकर उसने अपनी बहन और भांजी की गोली मार कर हत्या कर दी है.
आरोपी पुलिस की हिरासत में है, उससे पूछताछ की जा रही है.यह हत्याकांड प्रॉपर्टी के विवाद में हुआ है. आरोपी के दो पुत्र हैं, जो कि फरार हैं. जांच में ऐसा सामने आया है कि दोनों पुत्रों ने अपने पिता का हत्याकांड में सहयोग किया है, जिनकी तलाश की जा रही है. जल्दी उनकी गिरफ्तारी करके इस पूरे मामले की जांच के पता किया जायेगा.

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