प्रयागराज महाकुंभ में जाने के लिए श्रद्धालुओं की बेतहाशा भीड़ के कारण मध्य प्रदेश में उत्तर प्रदेश के सीमावर्ती क्षेत्रों में तीन दिनों से बना ट्रैफिक जाम सोमवार दोपहर तक तो विकराल रूप लिए रहा लेकिन उसके बाद महाकुंभ में भीड़ का दवाब कम हुआ तो पुलिस-प्रशासन ने बैरिकेडिंग हटाकर वाहनों को आगे बढ़वाया। इसके बावजूद भी टोल नाकों और बैरिकेडिंग वाले प्वाइंटों पर बड़ी संख्या में वाहनों का जमघट है, इसलिए वाहन रेंगते हुए ही आगे बढ़ पा रहे हैं। रीवा जिले में चाकघाट और चित्रकूट से वाहनों को बेहद धीमी रफ्तार में आगे बढ़ाया जा रहा है।
सतना, मैहर, कटनी, जबलपुर व सिवनी जिलों से भी बायपास पर यातायात बहाल हुआ है, पर वाहनों की रफ्तार बहुत कम है।
वाहनों को बहुत धीमी गति से ही आगे बढ़ाने में पुलिसकर्मियों को बेहद मशक्कत करनी पड़ रही है।
पुलिस और प्रशासनिक अधिकारी भी जुटकर व्यवस्थाएं संभाल रहे हैं।
बता दें कि बीते तीन दिनों से मध्य प्रदेश-उत्तर प्रदेश के सीमावर्ती जिलों से आवाजाही लगभग थमी हुई है।
रविवार को ट्रैफिक की रफ्तार ऐसी रही कि वाहन आठ घंटे में महज 20 किलोमीटर ही रेंग पाए।
सोमवार को सुबह भी रीवा के चाकघाट, सतना, मैहर, कटनी और सिवनी जिलों में भी बायपास पर वाहनों की रवानगी रोक दी गई थी।
मैहर में अमदरा के पास तो कटनी में चाका बायपास और धनगवां में वाहनों को रोका गया था।
इसी प्रकार जबलपुर में सिहोरा और बरगी टोल नाका में वाहनों को रोका गया।
सिवनी में भी बायपास पर वाहनों के पहिए थमे रहे, लेकिन सोमवार को दोपहर महाकुंभ स्थल और प्रयागराज में वाहनों की संख्या कम होने की सूचना मिली तो अधिकारियों ने पुलिस कर्मियों को लगाकर चाकघाट और चित्रकूट से वाहनों की रवानगी शुरू कराई।
नतीजतन, जबलपुर और रीवा संभाग के सभी जिलों में बैरिकेडिंग समाप्त कराई गई। ट्रैफिक आगे बढ़ाने के लिए कटनी के चाका बायपास पर यात्री वाहनों को आगे बढ़ाया गया।
लेकिन यहां ट्रांसपोर्ट वाहनों को कतारबद्ध रूप से किनारे खड़ा करवाकर रोक दिया गया, यद्यपि दोपहर बाद धीरे-धीरे मालवाहक वाहनों को भी उनके गंतव्य के अनुसार रवाना किया जाने लगा।
मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को दिए व्यवस्थाओं के निर्देश कहा- कंट्रोल रूम बनाएं।
इस काम में कोई ढिलाई न हो। डाॅक्टर एवं पैरामेडिकल स्टाफ भी उपलब्ध रहे।
व्यवस्थाएं महाकुंभ के पूरा होने तक जारी रहे।
उन्होंने रीवा के संभागायुक्त, पुलिस महानिरीक्षक के साथ कलेक्टरों से अलग-अलग चर्चा करके व्यवस्थाओं की जानकारी ली।
उप मुख्यमंत्री राजेंद्र शुक्ल भी वर्चुअल बैठक में शामिल