दोस्तों के साथ बैंकॉक जा रहा था बेटा, पूर्व मंत्री ने दर्ज करवाया अपहरण का केस, बीच रास्ते से लौटा विमान


मुंबई: पूर्व मंत्री तानाजी सावंत द्वारा दर्ज अपहरण के मामले पर कार्रवाई करते हुए पुलिस ने उनके बेटे को लेकर पुणे से बैंकॉक जा रही चार्टर्ड फ्लाइट को वापस भेज दिया. सावंत के बेटे सुरक्षित पुणे वापस पहुंच गए. इस बीच शिवसेना (यूबीटी) की नेता सुषमा अंधारे ने सावंत पर अपहरण का झूठा मामला दर्ज कराने और अपने राजनीतिक संबंधों और धनबल का दुरुपयोग करके उनके बेटे को वापस लाने का आरोप लगाया.

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अंधारे ने कहा, “सावंत के बेटे के अपहरण की खबर सुनकर मैं स्तब्ध रह गई. मैंने सोचा कि अगर पूर्व मंत्री के बच्चे सुरक्षित नहीं हैं, तो आम परिवारों के बच्चों की सुरक्षा कैसी होगी? लेकिन बाद में जो जानकारी सामने आई, वह चौंकाने वाली है. पता चला है कि सावंत के बेटे का अपहरण नहीं हुआ था, बल्कि वह घर से झगड़ा करके चला गया था. सावंत अपने बेटे को रोकना चाहते थे, इसलिए उन्होंने पूरी पुलिस व्यवस्था लगा दी.”

‘झूठा अपहरण का केस दर्ज कराया’
उन्होंने आगे कहा कि पैसे और सत्ता का दुरुपयोग करते हुए उन्होंने झूठा अपहरण का मामला दर्ज कराया और अपने बेटे को वापस ले आए. इससे पता चलता है कि हमारा सिस्टम पैसे वालों को न्याय दिलाने के लिए तैयार है, लेकिन जब बात गरीबों की आती है, तो साधारण शिकायतें भी स्वीकार नहीं की जाती हैं.

दोस्तों के साथ बैंकॉक जा रहा था बेटा
गौरतलब है कि सोमवार दोपहर को सावंत के बेटे ऋषिराज सावंत अपने दोस्तों प्रवीण उपाध्याय और संदीप वासेकर के साथ पुणे से चार्टर्ड फ्लाइट से बैंकॉक के लिए रवाना हुए. इस बीच पुलिस कंट्रोल रूम को शाम करीब 4 बजे उनके अपहरण की सूचना मिली. सूचना मिलते ही पुलिस ने सभी टीमें काम पर लगा दीं और ऋषिराज सावंत को बैंकॉक ले जाने वाली फ्लाइट को वापस पुणे की ओर मोड़ दिया गया.

पुलिस ने केस दर्ज किया
इस संबंध में पुलिस उपायुक्त रंजन कुमार शर्मा ने कहा, “शुरू में हमें सूचना मिली थी कि किसी ने उसका अपहरण कर लिया है. उसी आधार पर शिकायत दर्ज की गई थी. जांच के दौरान जो जानकारी सामने आएगी, उसके अनुसार कार्रवाई की जाएगी. हमें सूचना मिली थी कि किसी ने ऋषिराज सावंत का अपहरण कर लिया है, इसलिए मामला दर्ज किया गया,”

पूर्व मंत्री सावंत से जब उनके बेटे के कथित अपहरण के बारे में पूछा गया, तो उन्होंने कहा, “मेरा बेटा 30 साल का हो गया है. हमारे बीच कभी कोई झगड़ा नहीं हुआ. हम रात में साथ बैठे और बातें कीं. हमने सुबह रुद्राभिषेक भी किया. जब वह लापता हुआ, तो मैंने पुलिस में शिकायत की. अब जब उसे वापस पुणे लाया गया है तो मैं उससे बात करूंगा. एक पिता के तौर पर मैंने वह सब कुछ किया है जो मैं कर सकता था.”

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