इटावा : कोतवाली क्षेत्र स्थित मुगलकाल से भी पुराने ठाकुर नरसिंह जी महाराज बाबा गोपाल दास मंदिर में बड़ी चोरी की वारदात सामने आई है. चोरों ने बुधवार की तड़के राधा रानी की करीब 7 किलो वजनी बेशकीमती अष्टधातु की मूर्ति समेत लड्डू गोपाल और गरुड़ जी की मूर्तियां, चक्र तथा सोने-चांदी के आभूषण चुरा लिए.
घटना का पता तब चला जब सुबह पुजारी आरती के लिए मंदिर पहुंचे. उन्होंने देखा कि मंदिर का ताला टूटा हुआ था और महाराज का आसन बिखरा पड़ा था. श्री कृष्ण की मूर्ति जमीन पर गिरी मिली. पुजारी ने तुरंत मंदिर प्रबंधक को सूचित किया, जिन्होंने पुलिस को खबर दी.
मामले की गंभीरता को देखते हुए एसपी सिटी अभयनाथ त्रिपाठी, सीओ सिटी रामगोपाल शर्मा, इंस्पेक्टर कोतवाली विक्रम सिंह चौहान सहित कई चौकी प्रभारी मौके पर पहुंचे. फॉरेंसिक और सर्विलांस टीमें भी जांच में जुट गई हैं. पुलिस के अनुसार प्रथम दृष्टया मामला संदिग्ध प्रतीत हो रहा है और जल्द ही इस प्रकरण का खुलासा किया जाएगा.
यह मंदिर क्षेत्र के श्रद्धालुओं की आस्था का केंद्र है, जहां प्रतिदिन बड़ी संख्या में भक्त पूजा-अर्चना के लिए आते हैं. 500 वर्ष से भी पुराने इस मंदिर से बेशकीमती मूर्तियों की चोरी से पूरे इलाके में हड़कंप मच गया है.
मन्दिर के प्रबंधक भगवान दास शुक्ला ने बताया सुबह तीन बजे जब मंदिर के महंत जी पांच बजे वाली आरती करने के लिए उठे तो उन्होंने देखा कि मंदिर का ताला खुला था. राधा रानी की अष्टधातु की प्राचीन मूर्ति चोरी हो गई हैं. उसी के साथ लड्डू गोपाल, गरुण जी और एक चक्र भी गायब है.
राधारानी की मूर्ति पर सोने चांदी के आभूषण भी थे. वेंकटेश जी की मूर्ति नीचे पड़ी हुई थी और चांदी के मुकुट मंदिर में है. जो चोरी होने से बच गए. चोर ने पहले मंदिर के एक कोने में से चाबी उठाई और मुख्य मंदिर का ताला खोलकर चोरी की इसी के साथ ताला चाबी भी चोर ले गया है.