ऑनलाइन मनी ट्रांसफर में बड़ा फर्जीवाड़ा, इस ट्रिक से गिरोह ने बैंक खाते से निकाले गए 20 लाख रुपए

शिवपुरी जिले में ऑनलाइन मनी ट्रांसफर के नाम पर एक बड़े फर्जीवाड़े का खुलासा हुआ है. ठग नकली अंगूठा बनाकर ग्रामीणों को लाखों रुपए का चूना लगाया. बुधवार को पुलिस ने ग्रामीणों को चूना लगाने वाले गिरोह का पर्दाफाश किया और गिरोह के सरगना को गिरफ्तार किया है. हालांकि गिरोह में शामिल अन्य फरार होने में कामयाब हो गए, जिनमें एक महिला समेत 3 लोग शामिल थे.

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भोले-भाले ग्रामीणों को बैंक खातों की केवाईसी (KYC), बैंक से पैसा आहरण और ऑनलाइन मनी ट्रांसफर के नाम पर गिरोह शिकार बनाता था. पुलिस ने उनके पास से कई इलेक्ट्रॉनिक उपकरण बरामद किया गया है, जिसकी मदद से गैंग ग्रामीणों को चूना लगाता था.

फर्जीवाड़े का खुलासा हुआ तो पुलिस की भी आंखें फटी की फटी रह गई

मामला शिवपुरी जिले के खनियाधाना क्षेत्र का है. पूरे मामले की जांच पड़ताल करते हुए पुलिस को जब उनके फर्जीवाड़े का पता लगा तो पुलिस की भी आंखें फटी की फटी रह गई. ठग अब तक 250 ग्रामीणों को निशाना बनाकर कुल 20 लाख रुपए उनके खातों से उड़ा चुके हैं और ठगी के पैसों से प्लॉट खरीदकर दुकानें बनवा ली हैं.

ग्रामीणों के अंगूठे का थंब प्रिंट लेकर नकली अंगूठा तैयार कर लेता था गैंग

गिरोह में शामिल शातिर बदमाश भोले-भाले ग्रामीणों को ऑनलाइन मैकेनिज्म की जानकारी नहीं होने का फायदा उठाते थे. ठग बैंक केवाईसी KYC अपडेट के बहाने ग्रामीणों के अंगूठे का थंब प्रिंट लेकर ग्लू के जरिए उनका नकली अंगूठा तैयार कर लेते थे और फिर थंब प्रिंट (AEPS) के जरिए ग्रामीणों के बैंक खातों का पैसों अपने खातों में ट्रांसफर कर लेते थे.

ऑनलाइन ठगी की शिकार हुई ग्रामीण आदिवासी बल्लो बाई ने पुलिस को बताया कि उसके बैंक खाते से तीन बार में 30,000 निकाले गए. पीड़िता एक शख्स के पास केवाईसी अपडेट के लिए गई थी. पीड़िता का शक सही साबित हुआ, क्योंकि केवाईसी मालिक ही सरगना निकला.

ऑनलाइन ठगी की कमाई से गिरोह ने खरीदे प्लॉट और बना ली दुकानें

रिपोर्ट के मुताबिक ऑनलाइन ठगों ने भोले-भाले ग्रामीणों से की ठगी के पैसों प्लॉट खरीद लिए और खरीदे गए प्लॉट पर 6 से ज्यादा दुकानें बनाकर मोटी आमदनी भी कर रहे हैं. मामले के खुलासे के बाद पुलिस ने गिरोह के सरगना भूपेंद्र लोधी को दबोच लिया है, लेकिन गैंग के अन्य गुर्गे फरार होने में कामयाब रहे.

ऐसे हुआ मामले का खुलासा

ऑनलाइन ठगी की शिकार हुई ग्रामीण आदिवासी बल्लो बाई ने पुलिस में दर्ज शिकायत में बताया कि उसके बैंक खाते से अक्टूबर 2024 में तीन बार में 30,000 निकाले गए. पीड़िता के मुताबिक 3 महीने पहले वह सरगना भूपेंद्र लोधी के पास केवाईसी अपडेट के लिए गई थी. भूपेंद्र पर पीड़िता का शक सही साबित हुआ और पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर लिया.

दो दोस्त और साली के साथ लोगों को चूना लगाता था सरगना भूपेंद्र

मास्टरमाइंड भूपेंद्र लोधी अब पुलिस की गिरफ्त में है. उसने पुलिस को बताया कि उसने दो दोस्तों और साली के साथ ठगी का गिरोह बनाया था. उसने दोस्त धर्मवीर- महावीर और साली करीना लोधी ग्रामीणों को ऑनलाइन बैंकिंग में मदद के बहाने 200 -250 ग्रामीणों के बैंक खाते से 20 लाख रुपए निकालने की बात कुबूल कर ली है.

गिरोह के पास से पुलिस ने बरामद किया 161 नकली थंप क्लोन

गिरोह सरगना भूपेंद्र लोधी के पास से पुलिस ने 161 से ज्यादा नकली थंब क्लोन, थंब स्कैनर बरामद किए हैं. पुलिस ने पॉलीथीन के अंदर एक पर्ची बरामद की है, जिसमें थम क्लोन पर ग्रामीणों के आधार कार्ड नंबर और उनके लिखे हुए हैं. इसके अलावा पुलिस ने ग्लू स्टिक, एक ओटीजी और थंब स्कैनर, मोबाइल फोन और 30000 नकद भी बरामद किया है.

ऑनलाइन बैंकिग में मदद के बहाने ग्रामीणों चूना लगाता था गिरोह

मामले पर खनियाधाना थाना प्रभारी सुरेश शर्मा ने कहा कि ऑनलाइन ठगी गिरोह का सरगना बेहद शातिर था. वह भोले-भाले ग्रामीणों ऑनलाइन बैंकिग में मदद के बहाने लगातार चूना लगाता था. थाना प्रभारी ने कहा कि, हमने गिरोह का पर्दाफाश कर दिया है, उनके खिलाफ सख्त कानूनी कार्रवाई की जाएगी. जबकि फरार गुर्गों की तलाश जारी है.

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