संसद के बजट सत्र का पहला चरण गुरुवार को खत्म हो गया. वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने राज्यसभा में आम बजट 2025-26 पर जवाब दिया. उनके जवाब के बाद उपसभापति ने सदन को 10 मार्च तक के लिए स्थगित कर दिया. इससे पहले लोकसभा की बैठक भी 10 मार्च तक के लिए स्थगित कर दी गई थी. आइए जानते हैं वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने सदन में क्या-क्या कहा.
राज्यसभा में वित्त मंत्री ने कहा कि आंध्र प्रदेश बनने से पहले तेलंगाना राजस्व अधिशेष राज्य था. मगर, अब ये कर्ज में डूबा हुआ है. उन्होंने बजट को लेकर विपक्ष के उन आरोपों का जवाब भी दिया, जिनमें कहा गया था कि ये बजट बिहार और बीजेपी शासित राज्यों पर फोकस करके पेश किया गया है.
ये बजट ऐसे चुनौतीपूर्ण समय में तैयार किया गया
विपक्ष के इस आरोप पर वित्त मंत्री ने कहा कि विपक्ष के आरोप निराधार और दुर्भाग्यपूर्ण हैं. उन्होंने कहा कि ये बजट ऐसे चुनौतीपूर्ण समय में तैयार किया गया जब गंभीर चुनौतियां थीं. ये बाहरी चुनौतियां अनुमानों से भी परे थीं. खुदरा मुद्रास्फीति रिजर्व बैंक के 4 फीसदी के टारगेट के करीब, सरकार सुनिश्चित करेगी कि कीमतों का बोझ लोगों पर न पड़े.
रुपये में उतार-चढ़ाव पर नजर रख रहा रिजर्व बैंक
उन्होंने बताया कि रिजर्व बैंक भारतीय रुपये में उतार-चढ़ाव पर नजर रख रहा है. हमने बजट-2025-26 में क्षेत्रवार आवंटन में कटौती नहीं की है. अगले वित्त वर्ष में प्रभावी पूंजीगत व्यय 19.08 लाख करोड़ रुपये रहने का अनुमान है. बजट में हमने विकास को गति देने, निजी निवेश को बढ़ाने के लक्ष्य रखे हैं.
एक फरवरी पेश किया गया था आम बजट
वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने बताया कि प्राइवेट सेक्टर के लिए बाजार में अधिक लिक्विटी सुनिश्चित करने के लिए ट्रेजरी बिल (टी-बिल) से अल्पकालिक उधार में कमी की गई है. भारत दुनिया की पांचवीं सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बन गया है. बता दें कि वित मंत्री ने एक फरवरी को आम बजट 2025-26 पेश किया था. इसके बाद दोनों सदनों में बजट पर चर्चा हुई. वित्त मंत्री ने लोकसभा में बजट चर्चा का मंगलवार को जवाब दिया था.