जोश और विश्वास से लबरेज मोदी, ट्रंप के सामने बताया अमेरिका-भारत की दोस्ती का ‘MAGA+MIGA’ कोड!

नाटो और यूरोप तक जब अमेरिका के नये राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप से घबराये हुए से दिख रहे हैं, उसी समय पीएम मोदी गजब के जोश और उत्साह से उनसे मिले. ऐसा नहीं है कि पीएम मोदी से मुलाकात के पहले राष्ट्रपति ट्रंप सिर्फ अच्छी-अच्छी बातें कर रहे थे और माहौल एकदम सुहाना सा था. बल्कि सच कहें तो माहौल बिल्कुल गर्म था. मुलाकात से ठीक पहले राष्ट्रपति ट्रंप ने नई टैरिफ नीति पर हस्ताक्षर कर दिए. भारत की टैरिफ नीति पर भी बयान दे दिया, मगर पीएम मोदी से मुलाकात होते ही जैसे राष्ट्रपति ट्रंप बदल से गए. वो पीएम मोदी की तारीफ करते रहे, उन्हें ध्यान से सुनते रहे. हां, टैरिफ को लेकर जब पत्रकारों ने उनसे सवाल किया तो वो अपना पक्ष रखने से चूके नहीं, मगर पीएम मोदी ने अमेरिका ग्रेट अगेन की तरह भारत ग्रेट अगेन की बात कह राष्ट्रपति ट्रंप को निरुत्तर कर दिया.

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पीएम मोदी ने कहा कि अमेरिका के लोग राष्ट्रपति ट्रंप के मेक अमेरिका ग्रेट अगेन (MAGA) से परिचित हैं. भारत के लोग भी विरासत और विकास की पटरी पर विकसित भारत 2047 की तरफ अग्रसर हैं. विकसित भारत का मतलब मेक इंडिया ग्रेट अगेन यानी MIGA है. भारत और अमेरिका जब साथ काम करते हैं, तो MAGA+MIGA बन जाता है. फिर पीएम मोदी ने इसका फुल फॉर्म भी बताते हुए इसे मेगा पार्टनरशिप फॉर प्रॉस्पैरिटी कहा. यही हमारे लक्ष्यों को स्कोप और स्केल देता है. इसी तरह एलन मस्क के साथ किसी ‘डील’ होने के रिपोर्टर के सवाल पर पीएम मोदी ने कहा कि ये शब्द दुनिया में सिर्फ एक ही इंसान के लिए बना है और वो हैं राष्ट्रपति ट्रंप. ये सुनकर राष्ट्रपति ट्रंप भी मुस्कुराने से खुद को रोक न सके.

इलीगल इमिग्रेंट्स पर

एक रिपोर्टर ने अमेरिका से भारत भेजे गए इलीगल इमिग्रेंट्स पर पीएम मोदी से सवाल पूछा तो उन्होंने साफ कहा ये सिर्फ भारत की बात नहीं है. किसी भी देश का नागरिक अगर दूसरे देश में अवैध तरीका से रहता है तो उसका ये अधिकार नहीं है. इसीलिए हमने राष्ट्रपति ट्रंप से कहा है कि अगर कोई भारतीय अमेरिका में अवैध रूप से रह रहा है और उसके भारत के नागरिक होने के सबूत हैं तो भारत उसे वापस लेने को तैयार है. पीएम मोदी की इस साफगोई पर राष्ट्रपति ट्रंप एकदम फिदा हो गए.

पीएम मोदी क्या लाए

ये पीएम मोदी की डिप्लोमेसी का ही असर है कि अमेरिका अपनी क्रिटिकल टेक्नोलॉजी ट्रांसफर करने को तैयार हो गया है. अमेरिका अब भारत को F35 स्टील्थ लड़ाकू विमान देने का रास्ता भी तैयार कर रहा है. ऑटोनोमस सिस्टम्स इंडस्ट्री अलायंस लॉन्च करने करने का फैसला हुआ है. अगले दशक के लिए डिफेंस कॉपरेशन फ्रेमवर्क बनाया जाएगा. डिफेंस रिपेयर और मेंटेनेस भी इसके मुख्य भाग होंगे. TRUST (ट्रांसफॉर्मिंग रिलेशनशिप यूटिलाइजिंग स्ट्रैजिक टेक्नोलॉजी) पर सहमति बनी है. इसके तहत क्रिटिकिल मिनिरल, अडवांस्ड मटीरियल और फॉर्मास्युटिकल की मजबूत सप्लाई चेन बनेगी. लीथियम और रेयर अर्थ जैसे स्ट्रैजिक मिनिरल के लिए रिकवरी और प्रोसेसिंक इनिशिएटिव शुरू होगा. भारत और अमेरिका बड़े व्यापार मार्ग (ट्रेड रूट) के लिए मिलकर काम करने पर सहमत हुए हैं. ट्रंप के अनुसार, यह दुनिया के सबसे महान ट्रेड रूट में से एक होगा. यह भारत से इजरायल से इटली और आगे अमेरिका तक चलेगा. यह भागीदार देशों को सड़कों, रेलवे और समुद्र के नीचे चलने वाले केबल से जोड़ेगा.इसरो और नासा के सहयोग से बना निसार सैटलाइट जल्द ही भारतीय लॉन्च वीइकल से अंतरिक्ष में उड़ान भरेगा. साथ ही टैरिफ विवाद को देखते हुए ट्रेड एग्रिमेंट पर भी आगे बात होगी.

तहव्वुर राणा का गिफ्ट

जाहिर है पीएम मोदी ने राष्ट्रपति ट्रंप से वो सब कुछ मनवा लिया, जो वो भारत के लिए चाहते थे. वहीं राष्ट्रपति ट्रंप की भी इच्छाओं का सम्मान किया और उनके उठाए मुद्दों को बहुत गंभीरता से लिया. यही कारण है कि नाटो और यूरोप जैसे अपने साथी देशों से भी एकदम सख्ती से पेश आने वाले राष्ट्रपति ट्रंप ने पीएम मोदी के लिए तहव्वुर राणा का गिफ्ट पैक कर दिया. साथ ही खालिस्तानी आतंकवादियों को भी संदेश दे दिया कि अब अमेरिका उनको अपनी शरण में नहीं लेगा.

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