कांग्रेस में संगठनात्मक स्तर पर बड़ा फेरबदल किया गया है. इस बदलाव के तहत पार्टी ने भूपेश बघेल पंजाब के महासचिव का जिम्मा सौंपा है, जबकि सैयद नसीर हुसैन को जम्मू-कश्मीर का महासचिव बनाया गया है. इसके साथ ही नसीर हुसैन को कांग्रेस अध्यक्ष के कार्यालय से मुक्त कर दिया गया है.
कांग्रेस ने रजनी पाटिल को हिमाचल प्रदेश और चंडीगढ़, बीके हरिप्रसाद को हरियाणा, हरीश चौधरी को मध्य प्रदेश और अजय लल्लू को ओडिशा का प्रभारी बनाया है. इसके अलावा गिरीश को तमिलनाडु और पुडुचेरी, के राजू को झारखंड, मीनाक्षी नटराजन को तेलंगाना, सप्तगिरी शंकर उलका को मणिपुर, त्रिपुरा, सिक्किम और नगालैंड और कृष्ण अल्लावरू को बिहार का प्रभारी नियुक्त किया गया है.
World War 3 will be for language, not land! pic.twitter.com/0LYWoI3K0r
— India 2047 (@India2047in) July 4, 2025
कांग्रेस की ओर से जारी प्रेस विक्षप्ति में कहा गया है कि पार्टी इन महासचिवों/प्रभारियों के योगदान की सराहना करती है. साथ ही कहा गया है कि अन्य महासचिव और प्रभारी अपनी वर्तमान जिम्मेदारियों में कार्यरत रहेंगे.
दीपक बावरिया
– मोहन प्रकाश
– भरतसिंह सोलंकी
– राजीव शुक्ला
– अजय कुमार
– देवेंद्र यादव
ये बदलाव महत्वपूर्ण बदलाव क्यों?
कांग्रेस का यह संगठनात्मक फेरबदल महत्वपूर्ण माना जा रहा है. इससे पार्टी को विभिन्न राज्यों में मजबूती देने और चुनावी रणनीति को धार देने की कोशिश की जा रही है
इन नेताओं को बड़ा जिम्मा
भूपेश बघेल कांग्रेस के वरिष्ठ नेता हैं और छत्तीसगढ़ के पूर्व मुख्यमंत्री रह चुके हैं. अब उन्हें कांग्रेस हाईकमान ने पंजाब का महासचिव नियुक्त किया है. ये जिम्मेदारी उन्हें आगामी लोकसभा चुनावों को ध्यान में रखते हुए सौंपी गई है. ताकि कांग्रेस पंजाब में अपनी पकड़ मजबूत कर सके. वहीं, सैयद नसीर हुसैन को जम्मू-कश्मीर और लद्दाख का महासचिव नियुक्त किया है. सैयद नसीर हुसैन कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और राज्यसभा सांसद हैं. नई जिम्मेदारी से पहले वे कांग्रेस अध्यक्ष के कार्यालय से जुड़े थे, लेकिन अब उन्हें इस महत्वपूर्ण ज़िम्मेदारी के लिए नामित किया गया है. उधर, अजय कुमार लल्लू कांग्रेस के वरिष्ठ नेता हैं, उन्हें ओडिशा का प्रभारी नियुक्त किया गया है. इससे पहले वे उत्तर प्रदेश कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष रह चुके हैं और अपनी जमीनी राजनीति के लिए जाने जाते हैं.मीनाक्षी नटराजन कांग्रेस की तेजतर्रार नेता हैं. उन्हें तेलंगाना का एआईसीसी प्रभारी नियुक्त किया गया है. वे अपनी सादगी, बेदाग छवि और संगठनात्मक क्षमता के लिए जानी जाती हैं.