मध्य प्रदेश: अक्सर देश प्रदेश सुर्ख़ियो में रहने वाला दमोह का जिला अस्पताल एक बार फिर चर्चाओं में है, इस अस्प्ताल में कब क्या हो जाये कुछ कहा नही जा सकता, कभी प्रसूतिकाओ की मौत कभी सिक्योरिटी गार्ड्स की बर्थडे पार्टी तो कभी गलत इलाज से मौतो के साथ अराजकता इस जिला अस्पताल की पहचान बन चुकी है.
इस बीच अब एक नया कारनामा सामने आया है जिसने अस्पताल की व्यवस्था और सुरक्षा पर बड़ा सवाल खड़ा किया है। अब इस वीडियो को देखिए, ये जिला अस्पताल का मेडिकल वार्ड है इस वार्ड में गम्भीर बीमार लोगो को एडमिट किया जाता है ताकि शांति में रहकर वो स्वास्थ्य लाभ ले सकें लेकिन अब इसी वार्ड की ये तश्वीर देखिए, एक युवक किस तरह से डांस कर रहा है, खुद गाना गाकर अलग अलग गीतों के बोल पर नाच रहा है. वार्ड के दूसरे मरीज और उनके तीमारदार उसे देख रहे हैं.
बाकायदा वीडियो शूट हो रहा है और यही वीडियो अब इस अस्पताल की हकीकत बयान कर रहा है। एक युवक के मेडिकल वार्ड के भीतर मरीजो के बीच डांस करने की घटना साधारण नही है बल्कि कई सवाल जरूर खड़े कर रही है कि आखिर अस्पताल जैसे संवेदनशील स्थान पर ऐसी अराजकता कैसे हो रही है.
जब ये युवक इस तरह से नाच गा रहा है तब अस्पताल स्टाफ और खास तौर पर सुरक्षा कर्मी आखिर इसे रोक क्यों नही पाए? आखिर कैसे इतने सुकून से इसका वीडियो लोग शूट करते रहे? इन तमाम सवालों के साथ अस्पताल प्रबंधन के सामने हालात रखे तो प्रबंधन के मूताबिक डांस करते नजर आ रहा युवक मानसिक रूप से कमजोर है जिसे अस्पताल में भर्ती किया गया था.
डॉक्टर्स के मूताबिक जिला अस्पताल में मानसिक रोगियों के लिए कोई अलग से वार्ड नही है और न ही इस रोग का कोई स्पेशलिस्ट डाक्टर है लिहाजा उसे नार्मल ट्रीटमेंट देकर उन मरीजो के साथ भर्ती किया गया जो दूसरी बीमारियों से पीड़ित है। हालांकि डाक्टर कहते हैं कि इस मरीज को मेडिकल वार्ड में मरीजो के साथ इसलिए भी एडमिट किया गया क्योंकि वो एग्रेसिव नही था मतलब मानसिक रोग की वजह से और लोगो को कोई खतरा नही था इसलिए उसे वहाँ दाखिल किया गया.
हालांकि जिस तरह का पागलपन युवक दिखा रहा है उससे ये कहना गलत नही होगा कि ऐसे रोगी कभी भी किसी के भी साथ खतरनाक हो सकते हैं. बहरहाल अस्पताल प्रबंधन इसे सामान्य मामला मान रहा है और किसी पर कोई कार्यवाही से भी इंकार कर रहा है.