बिहार के कैमूर में दिल्ली कोलकाता हाईवे पर बीते 24 घंटे से महाजाम लगा है. यह जाम करीब 30 किमी लंबा है. इसमें हजारों की संख्या में गाड़ियां फंसी हैं. इनमें बड़ी संख्या में महाकुंभ जाने वाले या फिर वहां से लौटने वाले शामिल हैं. इसके अलावा इस जाम में कई मरीज भी हैं, जो बनारस के बीएचयू में इलाज के लिए अपने घर से निकले, लेकिन इस जाम में दो दिन से फंसे हुए हैं. हालांकि सिविल पुलिस के साथ मिलकर ट्रैफिक पुलिस के जवान जाम खुलवाने के लिए मशक्कत कर रहे हैं.
जाम में फंसे लोगों के मुताबिक 12 फरवरी मौनी अमावस्या को महाकुंभ में अमृत स्नान के बाद उन्हें लगा था कि भीड़ कम हो गई है. उन्हें सड़कें भी खाली मिलने की उम्मीद थी. लेकिन उनकी यह उम्मीद एनएच 19 पर फेल हो गई है. कैमूर जिले में शनिवार की दोपहर बाद से ही जाम लगना शुरू हुआ और अभी तक हजारों गाड़ियां इस जाम में फंसी हुई है. पुलिस के मुताबिक यह जाम करीब 30 किमी पीछे तक है.जाम में फंसे कई यात्रियों और ट्रक चालकों ने बताया कि कोई देर रात से जाम में फंसा है तो कोई सुबह से ही हिचकोले खा रहा है.
दाना पानी के लिए तरसे लोग
एक बार जाम में फंसने के बाद लोगों को दाना पानी के लिए भी तरसना पड़ रहा है. लोग पानी की बोतल जो अपने साथ लेकर चले थे, वह पहले ही सूख चुके हैं. पुलिस जाम खुलवाने की कोशिश तो कर रही है, लेकिन अभी तक कुछ खास असर नहीं हो पाया है. इस जाम में छोटे-बड़े वाहनों के साथ मालवाहक ट्रक भी फंसे हैं. यहां सबसे ज्यादा परेशानी बनारस इलाज के लिए जा रहे मरीजों को हो रही है. जाम में फंसा कोई ट्रक ओडिशा जा रहा है तो कोई कोलकाता.
24 घंटे में भी नहीं चल पाए एक किमी
कुंभ जाने वाली यात्रियों के मुताबिक वह 24 घंटे से जाम में फंसे हैं. इस जाम में फंसने के बाद पास में रखा खाना पानी खत्म हो चुका है. आसपास कोई व्यवस्था नहीं होने की वजह से उन लोगों ने आज मुंह भी नहीं धोया. उधर, पश्चिम बंगाल से टूरिस्ट बस में सवार होकर महाकुंभ जा रहे श्रद्धालुओं ने बताया कि कैमूर तक वह खूब आराम से चलते हुए आ गए, लेकिन यहां आकर दो दिन से जाम में फंसे हैं. इन दो दिनों में वह एक किमी की भी यात्रा नहीं कर पाए हैं.