मोबाइल, सोशल मीडिया पर रिल्स का बालकों पर विपरीत प्रभाव पड़ रहा है। इसका ताजा उधाहरण खंडवा में देखने को मिला। सोशल मीडिया पर रिल्स् देखकर 12 वर्षीय बालक प्रभावित हुआ और स्कूल छोड़कर राजनेता बनने के लिए ट्रेन में बैठ गया। ट्रेन में बैठकर वह प्रयागराज की ओर रवाना भी हो गया। गनीमत रही कि उसके पास टिकट नहीं होने से खंडवा में जीआरपी ने पूछताछ के दौरान उसे पकड़ा लिया। उसकी बातें सुनकर जीआरपी को शंका हुई और उन्होंने तुरंत इसकी सूचना बाल कल्याण समिति को दी। समिति पदाधिकारियों और सदस्यों ने उसकी कांउसलिंग की। स्वजन को जानकारी देकर खंडवा बुलवाया और बालक को उनके सुपुर्द किया।
मुंबई का रहने वाला है बच्चा
- मामला रविवार का है। न्यायपीठ बाल कल्याण समिति अध्यक्ष प्रवीण शर्मा ने बताया कि मामला महाराष्ट्र के मुबंई का है।
- मुंबई के 12 वर्षीय बच्चे को नेता बनने का ऐसा भूत सवार हुआ कि घर से स्कूल जाने के लिए निकला और प्रयागराज जाने वाली ट्रेन में बैठ गया।
- आरपीएफ जवानों को ट्रेन में अकेला देख शक हुआ तो पूछताछ की। बच्चे कि बात सुनकर पुलिस समझ गई कि बच्चा प्रयागराज जा रहा है और उसने स्वजन को भनक नहीं लगने दी।
- जब वह खंडवा पहुंचा तब अधिकारियों ने पूछताछ की, बच्चे ने राजनेता बनने जा रहा हूं कहा।
- तब उसे न्यायपीठ बाल कल्याण समिति के समक्ष प्रस्तुत करने पर जांच कर पाया कि वह मुंबई का रहने वाला है।
- बच्चे के पिताजी का पता कर उन्हें बुलाया गया। कानूनी कार्यवाही कर बालक को पिता के हवाले कर दिया गया।
सोशल मीडिया पर देखता रील्स
शर्मा ने बताया कि शनिवार को बालक स्कूल जाने की बजाय ट्रेन में बैठ कर प्रयागराज जाने के लिए निकल गया था।उक्त बालक की न्यायपीठ बाल कल्याण समिति अध्यक्ष प्रवीण शर्मा और सदस्य कविता पटेल, स्वप्निल जैन ने काउंसलिंग कर बच्चे को उनके पिता को सुपुर्द किया और इंटरनेट मीडिया से से दूर रहने की समझाइश दी।