रमजान का पवित्र महीना मार्च से शुरू हो रहा है और दुनिया भर के मुसलमान इसके लिए तैयारियां कर रहे हैं. सऊदी अरब को इस्लाम का सेंटर माना जाता है और यहां कि सरकार हर साल कई गरीब देशों को रमजान के मौके पर जाकात (दान) देती है, इसके साथ-साथ सऊदी अरब की ओर से दुनियाभर में गिफ्ट भी भिजवाए जाते हैं.
हर साल की परंपरा को इस साल भी जारी रखते हुए सऊदी किंग सलमान ने आगामी रमजान के दौरान 102 देशों में खजूर बांटने के प्रोग्राम को मंजूरी दी है. इस साल पिछले साल से 200 टन ज्यादा यानी 700 टन खजूर दूसरे देशों में भिजवाई जाएगी. इस प्रोग्राम की देखरेख इस्लामिक अफेयर मिनिस्ट्री ऑफ सऊदी कर रही है.
इस्लाम के प्रचार-प्रसार को प्राथमिकता
सऊदी इस्लामिक अफेयर मंत्री ने किंग सलमान की ओर से दुनिया भर के मुसलमानों, खासकर रमजान के दौरान उनके निरंतर समर्थन के लिए अभार व्यक्त किया. उन्होंने इस्लामी मूल्यों को बढ़ावा देने और नफरत, उग्रवाद और कट्टरता का मुकाबला करने के लिए किंगडम की प्रतिबद्धता पर जोर दिया.
मंत्रालय ने खजूर की शिपमेंट के लिए सभी रसद तैयारियों को आखिरी रूप दे दिया है और यह सऊदी दूतावास, इस्लामी केंद्रों और दुनिया भर के संगठनों में धार्मिक मैसेज के साथ भेजा जा रहा है.
रमजान में खजूर
खजूर के यू तो कई स्वास्थ्य संबंधी फायदे हैं, लेकिन इस्लाम धर्म में इसकी एक खास अहमियत है. रमजान में रोजे के दौरान मुसलमान खजूर से ही इफ्तार खोलना पसंद करते हैं और इसको सुन्नत कहा जाता है.
खजूर उत्पादक देश
खाड़ी देशों में खजूर का उत्पादन बड़ी मात्रा में होता है. मिस्र दुनिया का सबसे बड़ा खजूर उत्पादक देश है, उसके बाद सऊदी अरब, अल्जीरिया, ईरान और संयुक्त अरब अमीरात का आते हैं. सबसे अच्छी खजूर सऊदी अरब के मदीना क्षेत्र की अजवा खजूर को समझा जाता है और भारतीय बाजार में इसकी कीमत 2 हजार रुपये प्रति किलो तक है.