देश के सबसे स्वच्छ शहरों में शुमार इंदौर में जलस्रोतों को प्रदूषण से मुक्त किए जाने का संदेश देने के लिए सोमवार को शहर के दो महामौरों ने योगा करने के लिए नाले में उतर गए. इस अनूठे कार्यक्रम के तहत महापौरों ने एक सूखे नाले में योग किया. इस कार्यक्रम में बड़ी संख्या में स्थानीय लोग भी शामिल हुए.
योगाभ्यास के लिए नाले में उतरे शहर के दो महापौरों ने इंदौर नगर निगम द्वारा शहर के पंचकुइयां क्षेत्र के साफ किए हुए नाले को उपयोग किया. नगर निगम के अधिकारियों ने बताया कि सूखे नाले की तल पर दरी बिछाकर महापौर समेत बड़ी संख्या लोगों ने योगाभ्यास किया.
इंदौर शहर के महापौर पुष्यमित्र भार्गव ने लोगों के साथ किया योग
योग कार्यक्रम के दौरान इंदौर के महापौर पुष्यमित्र भार्गव ने बताया, ‘‘बारिश में जब शहर का सिरपुर तालाब पूरा भर जाता है, तो उसका अतिरिक्त पानी इस नाले से बहकर कान्ह नदी में मिलता है. उन्होंने कहा कि, गुजरे सालों में यह नाला बुरी तरह प्रदूषित हो गया था, जिसे हमने साफ किया है ताकि बारिश के मौसम में इसमें स्वच्छ पानी बह सके.’
सिंगरौली शहर की महापौर रानी अग्रवाल ने नाले में किया योग
सिंगरौली शहर की महापौर रानी अग्रवाल ने नाले में योगाभ्यास किया. योगाभ्यास के बाद मीडिया से बात करते हुए उन्होंने कहा कि, नाले को साफ किए जाने के बाद इसमें योग के कार्यक्रम का आयोजन बेहद अनूठा रहा, हम इंदौर से स्वच्छता के नवाचार सीख कर जाएंगे ताकि इन्हें सिंगरौली में दोहरा सकें.
महापौर भार्गव ने बताया कि पंचकुइयां क्षेत्र में एक प्राचीन मंदिर के पास स्थित पांच कुओं में से 4 कुओं की गाद साफ की गई है जबकि 5वें कुएं की सफाई का काम जारी है. उन्होंने बताया कि नाले के मार्ग पर एक ‘स्टॉप डैम’ भी बनाया जा रहा है ताकि गाद और अन्य गंदगी पहले ही रुक जाए.
गौरतलब है इंदौर राष्ट्रीय स्वच्छता सर्वेक्षण में लगातार 7 बार अव्वल रहा है. वर्ष 2024 के लिए जारी स्वच्छता सर्वेक्षण में ‘सुपर स्वच्छ लीग’ की दौड़ में सबसे आगे रहे इंदौर को स्वच्छता में उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाले शहरों के बीच अलग से मुकाबले के लिए पहली बार पेश किया गया है. इसमें नवी मुंबई और सूरत के साथ इंदौर को 10 लाख से ज्यादा की आबादी वाले शहरों की श्रेणी में रखा गया है.