तेजस्वी ने की लालू यादव को भारत रत्न देने की मांग, जदयू ने कहा- भ्रष्टाचार के लिए कोई पुरस्कार मिले

राजद नेता तेजस्वी यादव ने सोमवार को कहा कि उनके पिता और पार्टी प्रमुख लालू प्रसाद को भारत रत्न मिलना चाहिए, क्योंकि उन्होंने समाज के दबे-कुचले लोगों को आवाज दी. सहरसा जिले के सोनवर्षा में समाजवादी नेता कर्पूरी ठाकुर की पुण्यतिथि के मौके पर आयोजित कार्यक्रम में तेजस्वी यादव ने कहा, ‘जब बिहार के तत्कालीन मुख्यमंत्री कर्पूरी ठाकुर ने पिछड़ों के लिए आरक्षण लागू किया था, तब भाजपा और उसके समर्थकों ने इसका विरोध किया था. लेकिन अब वही पार्टी उन्हें भारत रत्न दे रही है. यह समाजवाद की ताकत है.’

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तेजस्वी ने आगे कहा, ‘आज कुछ लोग प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को खुश करने के लिए लालू जी की आलोचना कर रहे हैं. लेकिन एक दिन यही लोग उन्हें भारत रत्न देने की मांग करेंगे, क्योंकि उन्होंने दबे-कुचले वर्गों को आवाज दी थी, जिन्हें कभी कुएं से पानी तक लेने की इजाजत नहीं थी और जो चारपाई पर बैठ भी नहीं सकते थे.’

तेजस्वी यादव ने बताया कि उनके पिता का कर्पूरी ठाकुर से गहरा संबंध था. उन्होंने कहा, ‘जब कर्पूरी ठाकुर का निधन हुआ था, तब उनका सिर लालू जी की गोद में था. लालू जी ने खुद अपनी जीप से उन्हें अस्पताल पहुंचाया था.’

‘चाचा ने भाजपा से हाथ मिला लिया’

मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर निशाना साधते हुए तेजस्वी ने कहा, ‘चाचा (नीतीश कुमार) ने भाजपा से हाथ मिला लिया, जो पटना हाई कोर्ट में आरक्षण बढ़ोतरी को खत्म कराने के लिए पर्दे के पीछे से काम कर रही थी. सरकार में लाखों पद खाली हैं, लेकिन दलितों और पिछड़ों को उनका हक नहीं मिल रहा.’ उन्होंने यह भी साफ कर दिया कि इस बार बिहार में विधानसभा चुनाव में टिकट केवल नेताओं की सिफारिश पर नहीं मिलेगा. उन्होंने कहा, ‘इस बार मेरी जिम्मेदारी है कि सही लोगों को मौका मिले, जो विचारधारा से जुड़े हों.’

इस बीच, जदयू ने तेजस्वी यादव की मांग पर तंज कसा. जदयू के प्रवक्ता नीरज कुमार ने कहा, ‘अगर जेल जाने और भ्रष्टाचार करने के लिए कोई पुरस्कार होता, तो लालू जी को जरूर मिलना चाहिए.’

बता दें कि लालू प्रसाद कई चारा घोटाले मामलों में दोषी ठहराए जा चुके हैं, साथ ही उनके खिलाफ रेलवे में ‘लैंड फॉर जॉब’ और ‘लैंड फॉर होटल’ घोटाले के भी आरोप हैं.

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