बलौदा बाजार हिंसा मामले में भिलाई विधायक देवेंद्र यादव को सुप्रीम कोर्ट से जमानत मिल गई है. वे 17 अगस्त से रायपुर जेल में बंद थे. उनकी जमानत याचिका पर सुनवाई करते हुए सुप्रीम कोर्ट ने उन्हें राहत दी है. विधायक देवेंद्र यादव पर बलौदाबाजार में हिंसा भड़काने का आरोप है, इसी मामले में वह लंबे समय से जेल में बंद हैं.
17 अगस्त से रायपुर जेल में बंद थे
बता दें कि छत्तीसगढ़ पुलिस ने बलौदाबाजार हिंसा मामले में विधायक देवेंद्र यादव को आरोपी बनाया था. जिसके बाद उन्हें चार बार नोटिस जारी किया गया, लेकिन विधायक ने हर बार बयान देने से इनकार कर दिया, जिसके बाद पुलिस ने उन्हें गिरफ्तार कर लिया. जहां वे 17 अगस्त 2024 से रायपुर सेंट्रल जेल में बंद हैं. हालांकि अब सुप्रीम कोर्ट में उनकी जमानत याचिका पर सुनवाई के बाद उन्हें जमानत के आदेश जारी कर दिए गए हैं. बताया जा रहा है कि स्थानीय प्रक्रिया के बाद देवेंद्र यादव शुक्रवार शाम तक रायपुर जेल से बाहर आ जाएंगे.
जानिए पूरा मामला
दरअसल 15 और 16 मई 2024 की रात को कुछ असामाजिक तत्वों ने गिरौधपुरी धाम में सतनामी समाज के धार्मिक स्थल जैतखाम में तोड़फोड़ की थी. इस मामले में पुलिस ने तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया था, लेकिन समाज के लोग पुलिस की कार्रवाई से असंतुष्ट थे और न्यायिक जांच की मांग कर रहे थे. इसके बाद गृहमंत्री विजय शर्मा ने न्यायिक जांच का आदेश दिया था.
कलेक्ट्रेट को किया था आग के हवाले
10 जून को जैतखाम में तोड़फोड़ के खिलाफ हजारों लोग कलेक्ट्रेट के पास एकत्र हुए और प्रदर्शन किया था. प्रदर्शन के दौरान हिंसा भड़क गई और उपद्रवियों ने कलेक्टर और एसपी कार्यालय में आग लगा दी थी. इस आगजनी में सरकारी संपत्तियों को 12.53 करोड़ रुपये का भारी नुकसान हुआ था. प्रशासन ने इस घटना में 43 मामलों में 187 लोगों को गिरफ्तार किया था.