मैहर जिले की सीएमओ प्रभारी ज्योति सिंह को भ्रष्टाचार के आरोप में निलंबित कर दिया गया है. आरोप है कि उनके कार्यकाल के दौरान उमरिया में बड़ी वित्तीय अनियमितताएं सामने आई हैं. भ्रष्टाचार के गंभीर आरोपों के खुलासे के बाद शहडोल संभाग के कमिश्नर ने बुधवार को उन्हें निलंबित कर दिया. हालांकि निलंबन की कार्रवाई से पहले कमिश्नर ने ज्योति सिंह को कारण बताओ नोटिस जारी किया, लेकिन उन्होंने नोटिस का जवाब नहीं दिया.
मैहर सीएमओ प्रभारी पद से निलंबित की गईं ज्योति सिंह उमरिया की नगरपरिषद नौराजाबाद में मुख्य कार्यपालक अधिकार के रूप में तैनात थी. ज्योति सिंह पर नौरोजाबाद नगर परिषद में बीते एक साल में हुए निर्माण कार्य में भ्रष्टाचार करने का आरोप हैं.
नौरोजाबाद नगरपरिषद में मुख्य कार्यपालक अधिकारी थीं ज्योति सिंह
रिपोर्ट के मुताबिक उमरिया की नौरोजाबाद नगरपरिषद में तैनात ज्योति सिंह के कार्यकाल में एक साल में कई निर्माण कार्य हुए, लेकिन निर्माण कार्य के लिए सामग्री क्रय में बड़े पैमाने पर धांधली सामने आई है. बताया जाता है कि इस संबंध में शिकायत मिलने पर उमरिया कलेक्टर ने विस्तृत जांच करवाई, जिसमें ज्योति सिंह की कारगुजारी पकड़ी गईं.
ज्योति सिंह को जिला कलेक्टर ने भेजा था कारण बताओ नोटिस
जिला कलेक्टर द्वारा गठित 3 सदस्यीय समिति की रिपोर्ट में नौरोजाबाद नगरपरिषद मुख्य नगरपालिका अधिकारी ज्योति सिंह के भ्रष्टाचार की पुष्टि होने के बाद कलेक्टर (जिला शहरी विकास अभिकरण) ने कारण बताओ नोटिस जारी कर सात दिवस में जवाब मांगा था, लेकिन जवाब नहीं मिलने पर उन्हें तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया गया.
भ्रष्टाचार की पुष्टि के बाद जिला कलेक्टर ने ज्योति सिंह को कारण बताओ नोटिस जारी कर 7 दिन में जवाब मांगा था, लेकिन उन्होंने निर्धारित समय में जवाब नहीं दिया, जिसके बाद उन्हें निलंबित कर दिया. ज्योति सिंह को मुख्यालय कार्यालय कलेक्टर जिला उमरिया नियत किया गया है।
लालजी ताम्रकार के ट्रैप होने पर ज्योति सिंह को मिला था चार्ज
बताया जाता है कि मैहर के प्रभारी सीएमओ रहे लालजी ताम्रकार रिश्वत लेते रंगेहाथ पकड़ गए थे, जिसके बाद उन्हें निलंबित कर दिया गया था और ज्योति सिंह को मैहर जिले सीएमओ का प्रभारी नियुक्त किया गया. लगभग एक महीने तक मैहर सीएमओ प्रभारी का कार्यभार देखने के बाद अब वित्तीय अनियमितता के आरोप में उन्हें भी निलंबित कर दिया गया है.