‘मेरी पत्नी से बहस कैसे की’… JDU MLA गोपाल मंडल ने नगर निगम कर्मियों को पीटा, 3 घायल

भागलपुर में जदयू के बड़बोले विधायक गोपाल मंडल की एक बार फिर से दबंगई सामने आई है. आरोप है कि उन्होंने नगर निगम कर्मचारियों पर डंडे बरसा दिए. उनके साथ धक्का-मुक्की की, जिसमें तीन कर्मचारी घायल हो गए. गोपाल मंडल ने कहा कि ये लोग मेरी पत्नी से बहस कर रहे थे. इसलिए धक्का देकर भगा दिए. मारते तो गिर जाते. मामले में पीड़ित कर्मचारियों ने गोपाल मंडल के खिलाफ एससी एसटी थाने में केस करने की बात कही है.

Advertisement

भागलपुर में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के आगमन को लेकर तैयारियां जोरों पर हैं. इसी बीच JDU विधायक गोपाल मंडल पर निगम कर्मचारियों के साथ धक्का-मुक्की और मारपीट का आरोप लगा है. बताया जा रहा है कि गोपाल मंडल के आवास के करीब हाउसिंग बोर्ड कॉलोनी में पार्किंग स्थल बनाया जा रहा था, जिसके लिए जेसीबी की मदद से मैदान की चाहरदिवारी को खाली कराया जा रहा था. यहां लगे फूल के पेड़ पर भी निगम का बुलडोजर चल गया, जिसका विरोध गोपाल मंडल की पत्नी ने किया. इसी बीच उनकी पत्नी और निगम कर्मचारियों के बीच बहस हो गई. जानकारी पर विधायक गोपाल मंडल मौके पर पहुंच गए.

निगम कर्मचारियों के साथ मारपीट

जदयू MLA गोपाल मंडल के घटनास्थल पर पहुंचने पर मामला सुलझने की जगह और भी बिगड़ गया. विधायक गोपाल मंडल अपनी पत्नी के साथ हुई बहस की बात सुनकर आग बबूला हो गए. फिर क्या था, उन्होंने निगम कर्मचारियों के साथ धक्का-मुक्की और मारपीट शुरू कर दी. कर्मचारियों को उन्होंने धमकी दी और कहा कि ज्यादा विरोध करोगे तो मैदान के बाहर भी जाने नहीं देंगे.

हाउसिंग बोर्ड परिसर के मैदान में बनाई जा रही पार्किंग

बता दें कि प्रधानमंत्री के संभावित कार्यक्रम को लेकर जिला प्रशासन के निर्देश पर हाउसिंग बोर्ड परिसर के मैदान में पार्किंग बनाई जा रही है. इसके लिए नगर निगम और राजस्व विभाग की टीम सफाई एवं अन्य तैयारी कर रही है. इसी दौरान JDU विधायक गोपाल मंडल अपने समर्थकों के साथ वहां पहुंचे और निगम कर्मियों पर लाठी बरसाना शुरू कर दिया. इस घटना में नगर निगम के जेसीबी ड्राइवर बमबम, सहायक पिंटू और राजस्व कर्मचारी संजीव कुमार सिंह को चोटे आई हैं.

पीड़ितों ने की न्याय की मांग

संजीव कुमार सिंह के हाथ में गहरे जख्म हुए हैं, जबिक एक अन्य कर्मियों के शरीर पर लाठी के निशान पड़े हैं. हालांकि घटना के वक्त मौके पर अंचलाधिकारी मौजूद नहीं थे. घटना की जानकारी मिली तो वो मौके पर पहुंचे और विधायक की बात सुनते ही मामले को दबाने की कोशिश करने लगे. इधर, मामले को लेकर पीड़ित बमबम पंडित ने बताया कि मुझे न्याय चाहिए, ताकि आगे से ऐसा न हो. वहीं मामले को लेकर पीड़ित द्वारा एससी एसटी थाने में शिकायत दर्ज करने की बात भी कही जा रही है.

Advertisements