चंदौली : डीडीयू नगर में रनिंग भत्ते को 70 प्रतिशत तक आयकर मुक्त करने सहित 10 सूत्रीय मांगों के समर्थन में लोको पायलटों ने 36 घंटे के हंगर फास्ट का समापन किया. इस दौरान प्रदर्शनकारियों ने रेल प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी करते हुए अपनी मांगों पर जल्द कार्रवाई की मांग की.
ऑल इंडिया लोको रनिंग स्टाफ एसोसिएशन के केंद्रीय नेतृत्व के आह्वान पर 20 फरवरी से 36 घंटे की भूख हड़ताल की शुरुआत की गई थी. इस क्रम में शनिवार को लोको पायलटों ने प्रदर्शन करते हुए अपनी मांगों के प्रति सरकार का ध्यान आकर्षित किया.
लोको पायलटों ने डीए 50 प्रतिशत से अधिक होने पर टीए में 25 प्रतिशत की वृद्धि, रनिंग स्टाफ की मुख्यालय वापसी 36 घंटे के भीतर सुनिश्चित करने, असिस्टेंट लोको पायलट की भर्ती ग्रेड को 2800 करने, रनिंग स्टाफ की अधिकतम ड्यूटी नौ घंटे तक सीमित करने और साप्ताहिक विश्राम 16+30 घंटे देने की मांग की.
इसके अलावा, प्रदर्शनकारियों ने लगातार दो रात की ड्यूटी से राहत, रनिंग भत्ते को 70 प्रतिशत तक आयकर मुक्त करने, सहायक लोको पायलट से लोड स्टेबल के दौरान हैंड ब्रेक लगवाने की प्रक्रिया बंद करने, एनपीएस और यूपीएस के स्थान पर ओपीएस (ओल्ड पेंशन स्कीम) बहाल करने, और सिग्नल पास्ड एट डेंजर (SPAD) में रिमूवल की कार्रवाई को बंद करने की भी मांग की.
इस भूख हड़ताल में अलारसा के मंडल अध्यक्ष वसीउल हक, मंडल सचिव डीके मिश्रा, अजीत वर्मा, सुनील कुमार, जितेंद्र, उपेंद्र सिंह, जितेंद्र यादव, संतोष कुमार सहित कई अन्य लोको पायलट शामिल रहे. प्रदर्शनकारियों ने कहा कि यदि उनकी मांगों पर जल्द ध्यान नहीं दिया गया, तो आंदोलन को और तेज किया जाएगा।