दुर्ग पुलिस ने 61 करोड़ 5 लाख रुपए की ठगी करने वाले आरोपी हर्षवर्धन रेड्डी (31) को तमिलनाडु के तिरुपुर से रिमांड पर लिया है। उसे पुलिस दुर्ग ले आई है। वैशाली नगर पुलिस उससे मामले में पूछताछ कर रही है।
जानकारी के मुताबिक आंध्रप्रदेश के गोरांतला निवासी आरोपी हर्षवर्धन रेड्डी पर दुर्ग में प्रोप ट्रेड अकाउंट खुलवाकर 20 लाख रुपए की धोखाधड़ी करने का आरोप है। इसके अलावा, उसने तमिलनाडु में 55 लाख, विजयवाड़ा आंध्रप्रदेश में 60 करोड़ 30 लाख की धोखाधड़ी की है। इस मामले में वो तमिलनाडु के तिरुपुर जेल में बंद था।
क्या है पूरा मामला
दरअसल, दुर्ग जिले में कैंप-1 वृंदा नगर सुपेला भिलाई निवासी टी राजेश्वर राव (27) के साथ 20 लाख रुपए की ठगी हुई है। उसने बताया कि, हर्षवर्धन ने अधिक मुनाफा का लालच देकर उसका प्रोप ट्रेड अकाउंट खुलवाया था। उसने किस्तों में उससे 20 लाख रुपए का निवेश कराया, लेकिन अकाउंट खुला ही नहीं था।
जब टी राजेश्वर ने हर्षवर्धन रेड्डी से अपने पैसे मांगे तो पहले कुछ दिनों तक उसने टाल मटोल किया। फिर दबाव बनाने पर अपना मोबाइल बंद कर लिया। वैशाली नगर पुलिस ने केस दर्ज कर जांच शुरू की। तब पता चला कि, वो तमिलनाडु के तिरुपुर जले में बंद है। उसने वहां जमानत के लिए आवेदन किया है।
वैशाली नगर पुलिस ने रिमांड पर लिया
वैशाली नगर पुलिस ने दुर्ग के प्रथम श्रेणी मजिस्ट्रेट पायल टोपनो की कोर्ट में आरोपी की गिरफ्तारी की मांग की। मजिस्ट्रेट ने तत्काल आरोपी का प्रोडक्शन वारंट जारी किया। इसके बाद वैशाली नगर पुलिस की एक टीम तिरुपुर पहुंची। पुलिस उसे रिमांड पर लेकर दुर्ग आ गई है। उससे पूछताछ की जा रही है।