सुपौल : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण द्वारा हाल ही में पेश किया गया आम बजट 2025 बिहार वासियों खासकर मिथिलांचल के लोगों के लिए वरदान साबित होगा.
इस बजट में बिहार वासियों के लिए काफी सारी सौगात शामिल हैं. एयर पोर्ट, ग्रीन फील्ड हाइवे, मेडिकल कालेज से लेकर नए नए शिक्षण केंद्रों की स्थापना किए जाने का प्रस्ताव शामिल है, जो कि बिहार वासियों के प्रति प्रधानमंत्री जी के स्नेह व प्रेम को दर्शाता है. उक्त बातें सूबे के पीएचईडी मंत्री सह स्थानीय विधायक नीरज कुमार सिंह बबलू ने कही.
वे रविवार को छातापुर मुख्यालय स्थित ललित नारायण सभागार में आयोजित विशेष प्रेस वार्ता के दौरान स्थानीय पत्रकारों से मुखातिब थे, प्रेसवार्ता में मंत्री ने यूनियन बजट में बिहार के लिए विशेष घोषणा पर विस्तृत चर्चा कर इसे मोदी सरकार का ऐतिहासिक कदम बताया. मौके पर भाजपा के जिलाध्यक्ष नरेंद्र कुमार, सुपौल नगर परिषद के मुख्य पार्षद राघवेंद्र झा राघव के अलावे पार्टी व एनडीए के नेतागण मौजूद थे. मंत्री ने बताया कि वित्त मंत्री ने बजट के दिन पद्मश्री से सम्मानित मधुबनी पेंटिंग कलाकार दुलारी देवी द्वारा भेंट की गई सुसज्जित मिथिला पेंटिंग वाली साड़ी पहनकर बजट पेश किया जो मिथिलांचल के प्रति उनके आस्था व प्रेम का परिचायक है. बताया कि इस बार के बजट में एनडीए गठबंधन के मूलमंत्र सबका साथ,सबका विश्वास का पूरी तरह ख्याल रखा गया है. आत्मनिर्भर भारत की दिशा मे सशक्त कदम वाला यह बजट बिहार को आर्थिक व सामाजिक दिशा मे ऐतिहासिक अवसर लेकर आया है.
मंत्री बबलु ने कहा कि मिथिलांचल के लिए विशेष सिंचाई योजना एवं सिंचाई और कृषि अवसंरचना में सुधार योजना से से कोशी, सीमांचल व मिथिलांचल के लोगों को बाढ की विभीषिका से राहत मिलेगी. वहीं इस योजना से मिथिला क्षेत्र में कृषि को सुदृढ करने के लिए विशेष सिंचाई परियोजना को बढावा मिल सकेगा. जबकि पश्चिमी कोशी नहर परियोजना को वित्तीय सहायता से मिथिलांचल व कोशी क्षेत्र के किसानों को राहत देने के लिए पश्चिमी कोशी नहर एआरएम परियोजना को वित्तीय मदद दी जायेगी.
इस योजना से 50 हजार हेक्टेयर भूमि की सिंचाई संभव होगी, जिससे किसानों की उत्पादकता और आय में भी वृद्धि होगी. बताया कि बजट में मखाना बोर्ड की स्थापना, पटना एयरपोर्ट का विस्तार एवं नया ग्रीनफील्ड एयरपोर्ट, राष्ट्रीय खाद्य प्रौद्योगिकी संस्थान, आईआईटी पटना का विस्तार, सिंचाई परियोजना, पर्यटन को बढावा, किसानों के लिए क्रांतिकारी घोषणायें, मत्स्य पालन को प्रोत्साहन, दालों में आत्मनिर्भरता, मध्यम वर्ग के लिए आयकर में राहत, एमएसएमई और स्टार्टअप, बुनियादी ढांचे और आवास विकास में बहुमूल्य कदम जैसी कई घोषणायें की गई है. मौके पर शालीग्राम पांडेय, फेकनारायण मंडल, सुशील कर्ण, दिलीप कुमार सिंह, पवन कुमार हजारी, शंकर सहनी, प्रशांत कुमार उर्फ काली झा, गौरीशंकर भगत, शिवकुमार भगत, सुरज चंद्र प्रकाश, किशोर कुमार मुन्ना, रामटहल भगत मुख्य रूप से मौजूद थे.