Uttar Pradesh: बॉलीवुड के मशहूर अभिनेता राजपाल यादव ने अपने पिता के साथ बिताए पुराने दिनों को याद करते हुए एक भावुक किस्सा साझा किया. उन्होंने बताया कि, कैसे उनके पिता ने उनकी और उनके भाई की शिक्षा को लेकर कभी समझौता नहीं किया.
राजपाल ने बताया कि, जब वह पांच साल के थे और उनके भाई सात साल के, तब उनके पिता स्कूल के मुंशी जी से मिलने गए। पिता ने मुंशी जी से स्पष्ट कह दिया था कि वे फीस समय पर देंगे, लेकिन बच्चों को तभी पास करना जब वे वाकई में पास होने लायक हों। यह सुनकर उनकी मां चिंतित हुईं, लेकिन पिता का मानना था कि बिना मेहनत के मिली सफलता का कोई मूल्य नहीं होता.
राजपाल ने अपने संघर्ष के दिनों को याद करते हुए बताया कि उनके पिता ने अकेले ही गांव में एक नई शुरुआत की. खेती-बाड़ी से लेकर पशुपालन तक, हर काम किया. राजपाल ने भी लखनऊ जाने से पहले पिता के साथ खेतों में काम किया, धान की कटाई की, दूध का काम किया और हल भी चलाया।
लेकिन जब हमने दुनिया पढ़ी. मैं कभी भी किसी पद के आगे नही झुका क्योंकि वो कद मेरे पिता जी ने मुझे दिया. पिता जी कहीं नही गए, उनका सिर्फ शरीर गया है, लेकिन जब तक हम और मेरे भाई जीवित हैं। पिता जी हमारे साथ हैं। पहले साकार के रूप में थे आज निराकार के रूप में हैं.