मिर्ज़ापुर से एक बड़ी खबर सामने आई है. जहां रेलवे स्टेशन पर टीटी के दुर्व्यवहार ने विवाद खड़ा कर दिया और यात्रियों को विरोध पर उतरना पड़ा. इससे रेलवे स्टेशन पर अफरा-तफरी का माहौल बन गया. यह घटना टीटी की मनमानी और दबंगई से जुड़ी हुई बताई जा रही है.
जानकारी के अनुसार, मिर्ज़ापुर रेलवे स्टेशन पर ट्रेन में चढ़ने को लेकर टीटी ने एक यात्री के परिवार के साथ मारपीट की. इसके बाद गुस्साए यात्रियों ने टीटी को दौड़ा लिया. टीटी को अपनी जान बचाने के लिए आरपीएफ थाने में घुसकर छिपना पड़ा. इस दौरान, भागलपुर लोकमान्य तिलक ट्रेन का टिकट होने के बावजूद यात्रियों की ट्रेन छूट गई. उन्हें दूसरी ट्रेन से गंतव्य के लिए रवाना करने का आश्वासन दिया गया.
घटना प्लेटफॉर्म नंबर 3 की बताई जा रही है. भदोही से यात्रियों का एक परिवार ट्रेन पकड़ने के लिए मिर्ज़ापुर स्टेशन पर पहुंचा था. तय समय पर ट्रेन आने पर जब यात्री बोगी में चढ़ने लगे, तो टीटी शकील अहमद ने उन्हें रोक लिया. जब यात्री ने अपनी सीट पर जाने की बात की, तो टीटी ने उसे थप्पड़ मार दिया. इसके बाद गुस्साए यात्रियों ने टीटी को दौड़ा लिया, और वह आरपीएफ थाने में भागकर अपनी जान बचाने की कोशिश करने लगा.
आरोप है कि आरपीएफ थाने में उल्टा पीड़ित यात्री की ही पिटाई कर दी गई, जिससे स्थिति और भी तनावपूर्ण हो गई. यात्रियों की बढ़ती भीड़ और आक्रोश को देख रेलवे स्टेशन के अधिकारियों ने मौके पर पहुंचकर उन्हें दूसरी ट्रेन से रवाना करने का आश्वासन दिया, जिससे मामला शांत हुआ.
यात्री अमित तिवारी ने दोषी टीटी और पुलिस कर्मियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है. उनका आरोप है कि जीआरपी के जवान टीटी के पक्ष में थे और उनकी भाषा बोल रहे थे, क्योंकि वे सभी टीटी के स्वजातीय थे. मिर्ज़ापुर रेलवे स्टेशन के अधिकारियों ने बताया कि विवाद की वजह अभी स्पष्ट नहीं हो पाई है और इसकी जांच की जा रही है. फिलहाल, यात्री को दूसरी ट्रेन से गंतव्य के लिए रवाना कर दिया गया है.