बलरामपुर: नगर तुलसीपुर के पास स्थित ऐतिहासिक शिव मंदिर जोड़ग्गा पोखरा अपनी धार्मिक मान्यताओं और ऐतिहासिक महत्व के लिए प्रसिद्ध है, महाशिवरात्रि के पावन अवसर पर यहां हर साल भव्य मेले का आयोजन किया जाता है, जिसमें दूर-दराज से श्रद्धालु भगवान शिव के दर्शन और पूजन के लिए पहुंचते हैं.
मंदिर प्रशासन और स्थानीय लोगों के अनुसार, इस मंदिर का निर्माण महाराजा दान बहादुर सिंह द्वारा सैकड़ों वर्ष पहले कराया गया था। यह मंदिर तुलसीपुर की महारानी राज ऐश्वर्य देवी से भी जुड़ा है, जो यहां महादेव की आराधना किया करती थीं. मान्यता है कि, इस मंदिर में भोलेनाथ के दर्शन और पूजा करने से भक्तों की सभी मनोकामनाएं पूर्ण होती हैं.
सुरक्षा व्यवस्था चाक-चौबंद
महाशिवरात्रि के मौके पर मंदिर परिसर में एकदिवसीय मेले का आयोजन किया जाएगा, जिसमें श्रद्धालुओं की भारी भीड़ उमड़ने की संभावना है, इसे देखते हुए स्थानीय प्रशासन द्वारा सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए गए हैं.
भंडारे का आयोजन
मंदिर समिति के सदस्य राजू चौरसिया ने बताया कि महाशिवरात्रि के अवसर पर मंदिर में विशाल भंडारे का आयोजन भी किया जाएगा, जिसमें हजारों श्रद्धालु प्रसाद ग्रहण करेंगे. श्रावण मास में भी इस मंदिर में श्रद्धालुओं का आगमन रहता है, विशेष रूप से कांवड़ यात्रा के दौरान बड़ी संख्या में शिव भक्त जलाभिषेक के लिए यहां पहुंचते हैं.
धार्मिक आस्था और ऐतिहासिक धरोहर का संगम
शिव मंदिर जोड़ग्गा पोखरा न सिर्फ धार्मिक आस्था का केंद्र है बल्कि ऐतिहासिक धरोहर के रूप में भी महत्वपूर्ण स्थान रखता है। महाशिवरात्रि पर लगने वाले मेले से जहां श्रद्धालुओं की आस्था मजबूत होती है, वहीं स्थानीय व्यापारियों को भी लाभ मिलता है.