राजधानी दिल्ली में नवगठित विधानसभा के पहले सत्र का आगाज आज सोमवार को हो गया जिसमें विधायकों ने हिंदी और अंग्रेजी समेत संस्कृत, उर्दू, पंजाबी और मैथिली भाषाओं में शपथ ली, केंद्रशासित प्रदेश की नई विधायिका की भाषाई विविधता का शानदार उदाहरण पेश करता है.
यह सत्र भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के लिए शानदार रही क्योंकि चुनाव में जीत के साथ 26 साल से भी अधिक समय के बाद पार्टी की सत्ता में वापसी हो गई और वह स्पीकर के चेयर के दाईं ओर चली गई. बीजेपी के टिकट पर पहली बार विधायक चुने गए अरविंदर सिंह लवली ने आठवीं विधानसभा के प्रोटेम स्पीकर के रूप में शपथ ली. विधानसभा सत्र शुरू होने से पहले राज निवास में उपराज्यपाल (LG) विनय कुमार सक्सेना ने उन्हें शपथ दिलाई.
सबसे पहले CM रेखा ने ली शपथ
सबसे वरिष्ठ विधायक होने के नाते दिल्ली के पूर्व मंत्री लवली ने सभी नवनिर्वाचित विधायकों के शपथ ग्रहण की देखरेख की. शपथ ग्रहण की शुरुआत मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता के शपथ से हुई. उन्होंने सबसे पहले शपथ ली. उन्होंने हिंदी में शपथ ली. फिर उसके बाद उनके 6 कैबिनेट मंत्रियों ने भी शपथ ली.
रेखा गुप्ता के बाद दिल्ली के पीडब्ल्यूडी मंत्री प्रवेश साहिब सिंह वर्मा और गृह मंत्री आशीष सूद ने शपथ ली. पर्यावरण मंत्री मनजिंदर सिंह सिरसा ने पंजाबी भाषा में शपथ ली, जबकि विधि एवं न्याय मंत्री कपिल मिश्रा ने संस्कृत भाषा में शपथ ली.
उर्दू में अमानतुल्लाह ने ली शपथ
इनके अलावा कई अन्य विधायकों ने भी अलग-अलग भाषाओं में शपथ ली. प्रद्युम्न राजपूत और नीलम पहलवान ने संस्कृत में शपथ ली, जबकि करनैल सिंह ने पंजाबी में शपथ ग्रहण किया. बीजेपी के नवनियुक्त विधायक तरविंदर मारवाह ने शपथ के बाद धार्मिक नारे लगाए, जिस पर प्रोटेम स्पीकर ने आपत्ति जताई और उन्हें याद दिलाया कि यह कोई गुरुद्वारा नहीं है.
आम आदमी पार्टी (AAP) के टिकट पर फिर से विधायक चुने गए अमानतुल्लाह खान ने (उर्दू), चंदन चौधरी ने (मैथिली), अजय दत्त (अंग्रेजी) और गजेंद्र यादव (संस्कृत भाषा) ने भी अलग-अलग भाषाओं में शपथ ली. शपथ ग्रहण के दौरान स्पीकर ने सदस्यों को लगातार आधिकारिक शपथ प्रारूप का पालन करने का निर्देश दिया.
संस्कृत में शपथ लेने वाले अन्य विधायकों में संजय गोयल, जितेंद्र महाजन, अजय महावर और बीजेपी के करनैल सिंह शामिल थे, जबकि चौधरी जुबैर और अमानतुल्लाह खान ने शपथ के लिए उर्दू भाषा का चयन किया. सदन में विपक्ष की नेता और कालकाजी सीट से विधायक आतिशी ने भी शपथ ली.
गोपाल राय ने अपनी सीट पर ही ली शपथ
AAP नेता और लगातार तीसरी बार विधायक चुने गए गोपाल राय ने चलने में कठिनाई के कारण अपनी सीट से ही शपथ ली, इस दौरान आतिशी ने उनकी मदद भी की. बीजेपी विधायक मोहन सिंह बिष्ट शपथ लेने वाले अंतिम विधायक थे. अनिल झा ने मैथिली भाषा में शपथ ली.
विधानसभा के नए स्पीकर का चुनाव आज सोमवार शाम को किया जाएगा जिसमें बीजेपी के वरिष्ठ विधायक विजेंद्र गुप्ता के पदभार संभालने की संभावना है. बीजेपी ने महीने की शुरुआत में 5 फरवरी को हुए विधानसभा चुनाव में निर्णायक जीत हासिल की, और 70 में से 48 सीट अपने कब्जे में करते हुए सत्ता पर कब्जा जमाया था.
जबकि लगातार 10 साल तक शासन करने वाली आम आदमी पार्टी को महज 22 सीटों पर जीत हासिल हुई. AAP विधायकों ने सर्वसम्मति से दिल्ली की पूर्व मुख्यमंत्री आतिशी को विधानसभा में विपक्ष का नेता चुना.