उत्तर प्रदेश के संभल जिले के सिरसी कस्बे में कुछ स्थानीय निवासियों ने अपने घरों पर ‘मकान बिकाऊ है’ के पोस्टर लगा दिए. उनका आरोप है कि चामुंडा देवी मंदिर की जमीन पर दूसरी समुदाय के लोगों ने अतिक्रमण कर लिया है. हालांकि, जिलाधिकारी राजेंद्र पेंसिया ने कहा कि मंदिर की 650 वर्ग मीटर जमीन से अतिक्रमण पूरी तरह हटा दिया गया है. लेकिन, 100 वर्ग मीटर में बना एक मकान अभी कानूनी प्रक्रिया में है, जिस पर नियमों के तहत कार्रवाई होगी.
‘कुछ लोग माहौल खराब करने की कोशिश कर रहे’
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— India 2047 (@India2047in) July 4, 2025
उन्होंने बताया, ‘अब मंदिर परिसर में कोई अतिक्रमण नहीं है और न ही किसी को निर्माण कार्य से रोका जा रहा है. नगरपालिका द्वारा जमीन पर बाड़ लगाई जा रही है, लेकिन कुछ लोग जानबूझकर माहौल खराब करने की कोशिश कर रहे हैं. ऐसे लोगों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी.’
जब जिलाधिकारी से पोस्टर लगाने वालों पर संभावित कार्रवाई के बारे में पूछा गया, तो उन्होंने कहा कि पहले उन्हें समझाया जाएगा क्योंकि वे गलत जानकारी के शिकार हो गए हैं.
मंदिर का 1962 से दस्तावेजों में रजिस्टर्ड का दावा
स्थानीय निवासियों का दावा है कि चामुंडा देवी मंदिर 1962 से सरकारी दस्तावेजों में रजिस्टर्ड है. उनका आरोप है कि कुछ लोगों ने मंदिर के उस प्रवेश द्वार पर कब्जा कर लिया है. एक स्थानीय निवासी ने बताया, ‘इसीलिए हमने अपने घरों पर ‘मकान बिकाऊ है’ के पोस्टर लगाए और प्रशासन से शिकायत की.’