राजनांदगांव के छुरिया के दंतेश्वरी मंदिर की पहाड़ी पर काले तेंदुआ की चहल कदमी ने वन विभाग और इलाके के लोगों की नींद उड़ा दी है. दरअसल, सोशल मीडिया पर दंतेश्वरी मंदिर की पहाड़ी पर काले तेंदुआ की चहल कदमी का वीडियो वायरल हो रहा है. हालांकि वीडियो वायरल होने के बाद वन विभाग की एक टीम को काले तेंदुए की निगरानी के लिए भेजा गया. जिसके बाद टीम ने दंतेश्वरी मंदिर की पहाड़ी पर रेस्क्यू ऑपरेशन चलाया, लेकिन वन विभाग को अब तक काले तेंदुए की उपस्थिति को लेकर कोई भी सुराग हाथ नहीं लगे. फिलहाल वन विभाग की टीम जांच कर रही है.
राजनांदगांव के पहाड़ों में दिखा दुर्लभ काला तेंदुआ
रेस्क्यू ऑपरेशन के दौरान वन विभाग की टीम को फुट प्रिंट मिले थे वो भी कुत्ते के जैसा दिख रहा है. उस फुट प्रिंट में नाखून के निशान दिखाई दे रहे हैं. बता दें कि तेंदुआ बिल्ली की प्रजाति का जानवर होता है, जिसके फुटप्रिंट में नाखून दिखाई नहीं देता है. इसलिए अब वन विभाग पहाड़ी में तेंदुआ होने की बात पर एक बार फिर से विचार कर रहा है.
तेंदुए की चहल कदमी से इलाके में ग्रामीणों में दहशत का माहौल
वहीं तेंदुआ का लोकेशन का पता लगाने के लिए कुछ जगहों पर कैमरा ट्रैप भी लगाया गया है. हालांकि मां दंतेश्वरी मंदिर पहाड़ी पर तेंदुए की चहल कदमी का वीडियो वायरल होने के बाद इलाके में दहशत का माहौल है.
इधर, एक सप्ताह पहले पहाड़ी के नीचे स्थित बस्ती के लोगों के बीच काला तेंदुआ को देखे जाने और जंगली सुअर का शिकार करने की बात आग की तरह फैल गई. तेंदुए की उपस्थिति से इलाके के लोग डरे सहमे हैं. वायरल वीडियो में काला तेंदुआ नगर के पहाड़ी में स्थित दंतेश्वरी मंदिर के पास विचरण करते दिख रहा है. वहीं सोशल मीडिया पर वीडियो वायरल होने के बाद इलाके के लोग दहशत में आ गए.
नहीं मिला कोई सुराग
वन विभाग के अधिकारियों का कहना है कि अब तक की जांच में ऐसे कोई भी सुराग उनके हाथ नहीं लगे हैं, जिससे ये साबित हो कि इलाके में काले तेंदुआ मौजूद है. पहाड़ी पर जो पदचिन्ह मिले हैं वो भी काले तेंदुए का नहीं है, बल्कि किसी कुत्ते का प्रतीत हो रहा है.आये दिन ऐसे वीडियो और फोटोज सोशल मीडिया पर वायरल होते रहते हैं.
जांच में जुटी वन विभाग की टीम
राजनांदगांव के डीएफओ आयुष जैन ने बताया कि हाल ही में एक वीडियो वायरल हुआ है, जिसमें एक ब्लैक लेपर्ड दिखाई दे रहा है. छुरिया के दंतेश्वरी मंदिर की पहाड़ी में दिखाई दे रहा है. इसकी सूचना मिलने के बाद टुकड़ियों में टीम बनाकर भेजा गया है. यह जांच करने के लिए कि लेपर्ड का मूमेंट है कि नहीं, लेकिन अब तक कोई पदचिन्ह नहीं मिला है. न ही कोई डायरेक्ट साइटिंग हुई है. हमारा लोगों से अनुरोध है कि यदि इलाके में किसी भी वन्य जीव का मूमेंट होता है तो उस इलाके से दूर रहें. जानवर कभी भी हमला कर सकता है. इसके साथ ही कुछ जगह कैमरा ट्रैप लगाए गए हैं और फिलहाल जांच की जा रही है.