राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) ने सोमवार को राजनीतिक नेता बिरजू राम ताराम की हत्या मामले में छत्तीसगढ़ में सीपीआई (माओवादी) से जुड़े संदिग्धों के कई ठिकानों की तलाशी ली. महाराष्ट्र की सीमा से लगे छत्तीसगढ़ के मोहला-मानपुर-अंबागढ़ चौकी जिले के छह स्थानों पर एनआईए की टीमों ने ली. इसमें संदिग्धों के परिसर से मोबाइल फोन, लैपटॉप, प्रिंटर, हार्ड डिस्क, मेमोरी कार्ड, पेन ड्राइव और अन्य आपत्तिजनक सामग्री और दस्तावेज जब्त किए गए.
एनआईए ने कहा कि प्रतिबंधित आतंकवादी संगठन सीपीआई (माओवादी) के समर्थकों और उससे जुड़े लोगों (ओजीडब्ल्यू) के आवासीय परिसरों की तलाशी ली गई. एनआईए ने अपने बयान में कहा समर्थकों और ओजीडब्ल्यू पर ताराम की नृशंस हत्या में शामिल सीपीआई माओवादी के सशस्त्र कैडरों को शरण देने और रसद सहायता प्रदान करने का संदेह है.
अज्ञात हमलावरों ने गोली मारकर की हत्या
अक्टूबर 2023 में जिले के नक्सल प्रभावित औंधी थाना क्षेत्र के सरखेड़ा गांव में आदिवासी ताराम की उनके घर के बाहर अज्ञात हमलावरों ने गोली मारकर हत्या कर दी थी. एनआईए ने 8 मार्च 2024 को मामले की जांच अपने हाथ में ली थी. बता दें कि अक्टूबर 2023 में बीजेपी नेता की इंसास राइफल से गोली मारकर हत्या कर दी गई थी और 8 मार्च 2024 को मामला एनआईए ने अपने हाथ में ले लिया था. एजेंसी देश भर में सीपीआई (माओवादी) आतंकी नेटवर्क पर कार्रवाई कर रही है.
चार इलाकों में एनआईए टीम ने दी दबिश
एनआईए ने लगभग साल भर पहले हुई बीजेपी नेता बिरजू राम तारम की हत्या के केस में छत्तीसगढ़ में चुनावी माहौल शांत होने के ठीक दूसरे दिन सुबह सबेरे मोहला मानपुर, अंबागढ़ चौकी जिले के मानपुर मुख्यालय में एनआईए ने दबिश दी. जानकारी के मुताबिक, औंधी थाना क्षेत्र के चार इलाकों में टीम ने दबिश दी है. बताया जा रहा है कि, बीजेपी नेता बिरजू तारम की हत्या के आरोप में कई लोगों को हिरासत में लिया गया है.