निर्माणाधीन नाला बना मौत का कुंआ, दीवार गिरने से एक श्रमिक की मौत, दूसरा घायल

सिंगरौली : जिले में नवानगर महुआ मोड़ के पास एनसीएल की अमलोरी परियोजना द्वारा नाले का निर्माण कराया जा रहा था. निर्माणाधीन नाले की दीवार ढह जाने से मौके पर काम कर रहे दो श्रमिक दब गये. दीवार ढहने से उससे सटाकर ढेर की मिट्टी भी दीवार के ऊपर भसक गयी.

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जिससे करीब 10 फीट गहरे नाले में दबे श्रमिकों को निकालने के लिए आनन-फानन में रेस्क्यू ऑपरेशन शुरू किया गया. नाले से मिट्टी का मलबा हटाने के लिए एक के बाद एक पांच जेसीबी लगाई गई, उसके बाद भी मलबे में दबे एक श्रमिक को नहीं बचाया जा सका.

बताया जा रहा है कि श्रमिक रामकेश पंडो 21 साल निवासी चुरकी और रोहित बैस 25 साल निवासी हर्रहवा जब नाले के स्लैब में लगी लकड़ी को निकालने का काम कर रहे थे, उसी समय दीवार भरभरा कर उनके ऊपर ही गिर गई.

यह घटना करीब 6 बजे की है. और करीब पांच घंटे तक रेस्क्यू चला लेकिन श्रमिक रोहित को नहीं बचाया जा सका. वहीं गंभीर रुप से घायल है , वही श्रमिक रामकेश पंडो को इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया है.

पुलिस ने संभाला मोर्चा

जिस जगह पर हादसा हुआ और मलबे के नीचे श्रमिक दबे थे, वहां पर गहराई अधिक होने से रेस्क्यू में दिक्कत जा रही थी. कुछ देर तक जेसीबी से मलबा हटाने का काम किया गया लेकिन यह डर लग रहा था कि कहीं मलबे में दबे श्रमिक जेसीबी के बकेट से घायल न हो जायें इसलिए जेसीबी को हटाकर पुलिस ने फावड़े और तगाड़ी के माध्यम से मिट्टी हटाने का काम किया. रात करीब 9 बजे घायल श्रमिक को बाहर निकाल लिया गया था वहीं दूसरे श्रमिक को 10.30 बजे के करीब निकाला जा सका.

फावड़ा मारने से टूट जा रही थी दीवार

नाले का निर्माण एनसीएल के अमलोरी परियोजना के द्वारा कराया जा रहा था. बरसाती पानी निकालने के लिए करीब 5 फीट चौड़ा और 8 फीट गहरा नाला बनाया जा रहा था. नाले के निर्माण में लापरवाही बरती जा रही थी. सीमेंट, सरिया और रेत से बनी दीवार में जब फावड़ा मारा जा रहा था तो दीवार टूट जा रही थी. स्थानीय लोगों की मानें तो एनसीएल के इंजीनियर और संविदाकार की लापरवाही और निर्माण कार्य में घटिया सामग्री का उपयोग किये जाने से यह हादसा हुआ है.

कलेक्टर-एसपी की देखरेख में चला रेस्क्यू

घटना की जानकारी मिलते ही कलेक्टर चंद्रशेखर शुक्ला, एसपी मनीष खत्री तत्काल मौके पर पहुंचे. दोनों अधिकारियों ने मलबे में दबे श्रमिकों को निकालने के लिए रेस्क्यू शुरू करवाया। जेसीबी, होमगार्ड व पुलिस के जवानों का हौसला बढ़ाते हुए दिशा निर्देश देते रहे.

भीड़ व श्रमिकों के परिजनों को भी दोनों अधिकारी संभालते दिखे. कलेक्टर का कहना है कि हादसा किस वजह से हुआ इसकी जांच कराई जायेगी. निर्माण कार्य और गुणवत्ता में कमियां मिलीं तो संबंधितों के खिलाफ कार्रवाई की जायेगी. मौके पर विधायक रामनिवास शाह, सीडा अध्यक्ष दिलीप शाह, ननि अध्यक्ष देवेश पांडेय भी पहुंचे.

 

 

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