चंदौली: डीडीयू जंक्शन पर महाकुंभ मेले के दौरान श्रद्धालुओं की हर संभव सहायता में जुटी जीआरपी पुलिस ने मानवता और कर्तव्य का उत्कृष्ट उदाहरण पेश किया. मंगलवार को एक बुजुर्ग महिला, अंजली साह (47 वर्ष), निवासी अर्जुना, थाना हरिचन्दरपुर, जिला मालदा, पश्चिम बंगाल, ने डीडीयू जीआरपी थाना प्रभारी सुनील कुमार सिंह को सूचना दी कि उनका 4 वर्षीय नाती आर्यन ट्रेन की भीड़ में बिछड़ गया है.
महिला ने बताया कि वह अपने नाती के साथ प्रयागराज से कुंभ एक्सप्रेस ट्रेन में सवार होकर पटना जा रही थीं. डीडीयू जंक्शन पर भारी भीड़ के कारण वह पहले अपने नाती को प्लेटफार्म पर उतारकर किनारे सुरक्षित जगह पर खड़ा कर गईं और फिर ट्रेन में अपना सामान लेने चढ़ीं. जब वह सामान लेकर उतरीं तो देखा कि आर्यन वहां से गायब था. महिला ने काफी खोजबीन की, लेकिन उसका कुछ पता नहीं चला.
घटना की जानकारी मिलते ही थाना प्रभारी सुनील कुमार सिंह ने तुरंत टीम को सतर्क कर दिया। बच्चे की फोटो को सभी प्लेटफार्म ड्यूटी पर तैनात पुलिसकर्मियों और सीसीटीवी निगरानी टीम को भेज दिया गया. जीआरपी के उप निरीक्षक संदीप कुमार राय ने अपनी टीम के साथ मिलकर तत्परता से सीसीटीवी कैमरों की मदद से बच्चे को तलाशना शुरू किया.
सीसीटीवी फुटेज में आर्यन को पहली बार पूर्वी फुटओवरब्रिज पर देखा गया, लेकिन इसके बाद वह कैमरे में नहीं दिखा. पुलिस टीम ने फुटओवरब्रिज और प्लेटफार्मों पर सघन खोजबीन की और अथक प्रयासों के बाद बच्चे को प्लेटफार्म नंबर 4 पर सकुशल ढूंढ निकाला.
बच्चे को पाकर उसकी नानी अंजली साह भावुक हो गईं और जीआरपी पुलिस का धन्यवाद करते हुए उनकी प्रशंसा की. पूछताछ के दौरान पुलिस ने पाया कि बच्चे के साथ कोई आपराधिक घटना नहीं हुई थी. डीडीयू जीआरपी पुलिस की त्वरित कार्रवाई और संवेदनशीलता से एक परिवार को बड़ी राहत मिली और महाकुंभ मेले के दौरान उनकी सेवा भावना को सराहा गया.